सोमवार, 24 मार्च 2008

जड़ी-बूटी पार्क विकसित करेगा सेडमैप

जड़ी-बूटी पार्क विकसित करेगा सेडमैप
24 मार्च 08/उद्यमिता विकास केन्द्र मध्यप्रदेश (सैडमैप) अब जड़ी-बूटी पार्क भी विकसित करेगा। यह पार्क औषधीय और सुगंधीय पौधों की खेती और स्वरोजगार में दिलचस्पी रखने वालों के लिए आदर्श पार्क होगा। इस सम्बन्ध में महिला पॉलीटेक्निक कॉलेज सीहोर और सेडमैप में एक अनुबंध किया गया है।
औषधीय और सुगंधीय पौधों की खेती, प्रशिक्षण और प्रकाशन में अग्रणी सेडमैप द्वारा राजधानी के समीप स्थित सीहोर में अत्याधुनिक तकनीक का डिमॉन्स्ट्रेशन पार्क विकसित किया जाएगा। आधा एकड़ के पार्क में ग्रीन हाउस और ड्रिप इरीगेशन जैसी आधुनिक सुविधा उपलब्ध रहेगी, इसमें नाडेप और वर्मीकम्पोस्ट खाद का उपयोग किया जाएगा। यानी पार्क को जैविक पध्दति से तैयार किया जाएगा। इस सम्बन्ध में महिला पॉलीटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किये गए।
जड़ी-बूटी पार्क में दवाईयों के निर्माण, घरेलू चिकित्सा पध्दति और सौंदर्य प्रसाधनों में उपयोगी समस्त पौधे लगाये जाएंगे जिसमें मेंथा, लेमनग्रास, जावा, सिट्रोनेला, पामारोजा, सफेद मूसली, केवाच, अश्वगंधा, सर्पगंधा, मुश्कदाना, बच, पपाया, कालमेघ, सिन्दूरी, चंद्रशूर हर्रा, बहेड़ा आंवला, गुग्गल, सतावर, कलिहारी, लहसुन, हल्दी, अदरक और बायबिडंग के पौधे प्रमुख रूप से उगाए जाएंगे। इस पार्क के बन जाने से किसान, युवा बेरोजगार और आमजनता जड़ी-बूटियों के संग्रहण और प्रसंस्करण की प्रक्रिया स्वयं देख-समझ सकेंगे।
जड़ी-बूटियों के क्षेत्र में स्वरोजगार अपनाने वाले स्वयं सहायता समूह, महिलाओं, शोधार्थियों और छोटे किसानों के लिए भी यह पार्क उपयोगी साबित होगा।

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