शुक्रवार, 28 मार्च 2008

मध्यप्रदेश में 'सारंगी केन्द्र' स्थापित होगा

मध्यप्रदेश में 'सारंगी केन्द्र' स्थापित होगा
इस वर्ष से सारंगी के क्षेत्र में 51 हजार रुपये का राष्ट्रीय सम्मान, पद्मश्री उस्ताद अब्दुल लतीफ खाँ की स्मृति में आयोजित, दो दिवसीय सारंगी उत्सव के समापन अवसर पर संस्कृति मंत्री श्री शर्मा
28 मार्च 08/मध्यप्रदेश देश का एकमात्र ऐसा राज्य है जहां सारंगी जैसे वाद्य यंत्र विशेष पर केन्द्रित 'सारंगी उत्सव' का आयोजन होता है। इस दुर्लभ वाद्य यंत्र के वादन को प्रोत्साहित करने राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में सारंगी केन्द्र की स्थापना की जायेगी। इस केन्द्र के माध्यम से प्रतिभाशाली छात्रों को प्रतिष्ठित गुरुजनों के माध्यम से सारंगी वादन का उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। इसके साथ ही पद्मश्री उस्ताद अब्दुल लतीफ खाँ की स्मृति में सारंगी के क्षेत्र में मध्यप्रदेश सरकार इस वर्ष से 51 हजार रुपये के राष्ट्रीय सम्मान की शुरूआत भी करेगी।
संस्कृति एवं जनसंपर्क मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने कल रात रवीन्द्र भवन भोपाल में दो दिवसीय सारंगी उत्सव के समापन अवसर पर यह घोषणाएं की। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री श्री सुन्दरलाल पटवा, स्व. उस्ताद अब्दुल लतीफ खाँ की धर्मपत्नी श्रीमती बशीरन बी और उनके परिजन तथा रसिक श्रोतागण बड़ी संख्या में मौजूद थे। संस्कृति मंत्री ने आगे कहा कि स्व. अब्दुल लतीफ खाँ साहब ने अपना पूरा जीवन संगीत साधना में समर्पित किया था तथा उनका संगीत दिलों को छूता था। उनके शागिर्दों के माध्यम से आज भी उनके मधुर संगीत का एहसास होता है। श्री शर्मा ने कहा कि सारंगी उत्सव का यह आयोजन स्व. लतीफ खाँ के प्रति विनम्र श्रध्दांजलि है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी के निदेशक श्री अरुण पलनीटकर ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर श्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने सारंगी उत्सव में भाग ले रहे अतिथि संगीतज्ञों को शाल एवं प्रतीक चिन्ह भेंटकर उन्हें सम्मानित किया। लतीफ खाँ न्यास एवं यमन अकादमी भोपाल के सहयोग से उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी, संस्कृति परिषद भोपाल के इस दो दिवसीय आयोजन के समापन दिवस पर श्री मुराद अली दिल्ली द्वारा सारंगी, श्रीमती पद्मा तळवळकर, मुम्बई द्वारा गायन और श्री अनिन्दो चटर्जी, कोलकाता द्वारा तबला की प्रस्तुति की गई। इस दौरान सहयोगी कलाकारों के रूप में सर्वश्री किरण देशपांडे, रामस्वरूप रतौनिया, नफीस अहमद खाँ, भोपाल द्वारा तबला पर, फारुख लतीफ खाँ इंदौर और सरवर हुसैन खाँ भोपाल द्वारा सारंगी पर तथा विवेक बंसोड़ उज्जैन द्वारा सारंगी पर संगत की गई।
कार्यक्रम में संस्कृति मंत्री श्री शर्मा एवं अतिथियों तथा रसिक श्रोताओं ने मनोयोग के साथ संगीत का रसास्वादन किया और संगीत प्रस्तुतियों को सराहा।

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