शनिवार, 29 मार्च 2008

नि:शक्त बच्चों को प्यार और सेवाभावना से प्रशिक्षण दें - राज्यमंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह

नि:शक्त बच्चों को प्यार और सेवाभावना से प्रशिक्षण दें - राज्यमंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह
29 मार्च 08/राजस्व, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व और पुनर्वास राज्यमंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह ने नि:शक्त बच्चों को प्यार और सेवा भावना से प्रशिक्षित करने का आग्रह स्वयंसेवी संस्थाओं से किया है। श्री कुशवाह आज स्थानीय उमंग स्पेशल स्कूल एवं साइन लेंग्वेज ट्रेनिंग सेंटर द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के उद्धाटन अवसर पर बोल रहे थे। इस अवसर पर भोपाल नगर निगम की पार्षद श्रीमती वंदना जाचक, भारतीय स्टेट बैंक के मुख्य प्रबंधक श्री एस.के. सिंह, श्रीमती ममता मोरे भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में मूक बधिर, अस्थि बाधित और मानसिक रूप से कमजोर बच्चों द्वारा सामूहिक नृत्य और संगीत कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये।
राज्यमंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि नि:शक्त बच्चों के कल्याण के लिये शासन द्वारा अनेक योजनायें चलाई जा रही हैं। शासन द्वारा अशासकीय संस्थाओं को अनुदान भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मूक-बधिर, अस्थि बाधित और मानसिक रूप से कमजोर बच्चों को प्रशिक्षित कर समाज की मुख्य धारा में लाना समाज की सबसे बड़ी जरूरत है। उनकी क्षमता और प्रतिभा को पहचानकर उन्हें उसी क्षेत्र में विकास के अवसर दिये जाने चाहिये। श्री कुशवाह ने कहा कि संस्थाओं को अपने उद्देश्य के लिये काम करने की आवश्यकता है। शासन से प्राप्त अनुदान को संस्था में बच्चों के विकास पर खर्च करें, उसे अपनी कमाई का जरिया नहीं बनायें।
इस अवसर पर राज्यमंत्री श्री कुशवाह ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चों को पुरस्कार वितरित किये। समारोह की विशिष्ट अतिथि श्रीमती वंदना जाचक ने उमंग संस्था को अतिशीघ्र निर्मित होने वाले एक काम्पलेक्स में एक हाल उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। समारोह में स्टेट बैंक आफ इंडिया के श्री सिंह ने बैंक की ओर से संस्था को हर-संभव सहयोग दिलाने का आश्वासन किया।
समारोह में उमंग स्पेशल स्कूल, इंडियन साइन लेंग्वेज ट्रेनिंग सेंटर और उमंग वोकेशनल इन्स्टीटयूट के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। समारोह का संचालन श्रीमती दीप्ति सातलकर ने किया। संस्था के अध्यक्ष श्री गौरव पटवा ने अतिथियों का आभार प्रदर्शित किया।

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