सोमवार, 22 सितंबर 2008

चंबल संभाग का ई-गुमटियां सम्मेलन सम्पन्न

संजय गुप्‍ता(मांडिल), मुरैना ब्‍यूरो चीफ
मुरैना, 21 सितम्बर। म.प्र. कॉमन सर्विस सेन्टर परियोजना द्वारा नागरिक सुविधाओं के अंतर्गत ग्रामीण उद्यमी सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में आईसेक्ट द्वारा ग्रामीण अंचलों के नागरिकों को कम्प्यूटर के क्षेत्र से रुबरु कैसे कराया जाए इसके बारे में बताया गया। कार्यक्रम में जनपद पंचायत अध्यक्ष भूरा कंषाना मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित थे।
सम्मेलन में भूरा कंषाना ने कहा कि स्व. राजीव गांधी ने भारत को जो आई टी की सौगात दी। वह आज हम सब संचार के बढ़ते चरण में क्रांति के अनुरुप खोज की है। जिसमें आई सेक्ट द्वारा जो गांवों में ई - गुमटी खोज जाने से ग्राम व ग्रामीणों का विकास कम्प्यूटर के व संचार साधनों से हम बेहतर विकास कर सकेगें। ग्रामीण युवक युवतियां अब कम्प्यूटर का ज्ञान पा सकेगें। ई - गुमटियों के बारे में बताते हुए सम्मेलन में राजीव चोबे ने कहा कि मध्यप्रदेश द्वारा अधिकृत ई - ज्ञान सूचना एवं सेवा केन्द्रों की स्थापना में जिला मुरैना में 137 गुमटियों की स्थापना का कार्य आई सेक्ट को सौंपा गया था। जिनमें से लगभग 70 गुमटियों की स्थापना के बाद जिला मुरैना संभाग में प्रथम स्थान पर है। चोबे ने बताया कि इन केन्द्रो की स्थापना का कार्य फरवरी 2008 से प्रारम्भ किया गया था जो कि फरवरी 2009 तक पूरा किया जाना प्रस्तावित है। जिसके तहत मुरैना जिले में अब तक लगभग जितनी भी गुमटियों की स्थापना हुई है उन सभी गुमटी संचालकों को कम्प्यूटर की शिक्षा में पूर्ण रुप से प्रशिक्षण दिया जाकर मध्यप्रदेश शासन एवं आईसेक्ट द्वारा प्रारंभक चरण में प्रस्तावित पांच सेवाएं इस सम्मेलन के द्वारा दी जानी है। जिनमें से एम. पी. आनलाईन, भारतीय स्टेट बैंक के बिजनिस फेसिलेटेटर, इन्शोरेन्स, आई सेक्ट के सभी शैक्षणिक सेवाएं एवं डॉ. सी. व्ही. रमन विश्वविद्यालय विलासपुर के ऑनलाइन पाठयक्रम शामिल है। राजीव चौबे ने कहा कि ये केन्द्र पूर्णत: ई-गर्वनेन्स के अन्तर्गत कार्य करेगें। इस सम्मेलन के द्वारा आज इस शासकीय परियोजना को शासन के समुख प्रस्तुत करना एवं शासन को आई सेक्ट से रुबरु कराना ही इस कार्यक्रम का मुख्य उध्देश्य है। इस कार्यक्रूम के आयोजन का दूसरा मुख्य उध्देश्य शासन के उन सभी विभागों जो पंचायत स्तर तक अपनी योजनाओं एवं नागरिक सुविधाओं को पहुंचाना चाहते है या जो अभी भी किन्ही माध्यमों के द्वारा पहुचा रहे है। उन सभी का ध्यान आकर्षित करना है कि अब यह मध्यप्रदेश शासन की ई-गुमतटयां पूर्व रुप से कम्प्यूटाइज हो कर सभी प्रकार की सेवाऐं प्रदान करने में पूर्णत: सक्षम है। जिन पंचायतों में अभी केन्द्रों की स्थापना का कार्य शेष है उन्हें शीघ्र ही दिसम्बर 2008 तक पूर्ण कर लिया जावेगा। साथ ही भविष्य में ये केन्द्र शासन के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सके। शासन के आदेशानुसार कलेक्टर द्वारा जिला एवं ब्लॉक स्तर पर नोडल अधिकारियों की भी नियुक्ति की जा चुकी है। जो कि समय - समय पर इन केन्द्र संचालकों का मार्गदर्शन कर सकेंगे। जिले में श्रीमान अनुविभागीय अधिकारी श्री संदीप कुमार मांकिन जिला नोडल अधिकारी एवं समस्त ब्लॉक स्तर पर समस्त जनपद सी.ई.ओ. की निुयक्त् िनोडल अधिकारी के रुप में की जा चुकी है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में जनपद पंचायत अध्यक्ष भूरा सिंह कंषाना, अध्यक्षता क्षेत्रीय प्रबधंक राजीव चौबे, श्रीमती रानी सक्सैना सहित पत्रकार और नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में आईसेक्ट के सभी जिला प्रबंधकों ने उपस्थित सभी पदाधिकारियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए। कार्यक्रम का आभार व्यक्त हाकिम सिंह धाकड़ ने किया।

गोलीयों की बौछार से मालिक, ड्रायवर और हैल्पर घायल

गोलीयों की बौछार से मालिक, ड्रायवर और हैल्पर घायल
करीब आधा दर्जन हमलावरों ने की गोलीवारी
संजय गुप्‍ता(मांडिल), मुरैना ब्‍यूरो चीफ
मुरैना, 21 सितम्बर। आज शाम चार बजे आगरा बम्बई राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के गेट पर अज्ञात बंदूक धारियों ने ट्रक मालिक सहित दो स्टाफ कर्मचारियों को गोली मार दी। जिसमें ट्रक मालिक के पैर व पेट में गोली लगी है और स्टाफ कर्मचारियों के हाथो व पैरों में गोलियां लगी है। ये गोलियां 315 बोर बंदूक की है। खबर लगते ही थाना सिविल लाईन पुलिस मौके पर पहुंची तब तक हमलावर भाग चुके थे। पुलिस ने घायलों को तुरंत एम्बूलेंस से जिला चिकित्सालय भिजवाया। और हमलावर की तलाश शुरु कर दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज शाम साढ़े चार बजे ट्रक मालिक रामौतार पुत्र फौजदार निवासी घिरघौनी अपने ट्रक क्रंमाक एम पी 06, 7082 के साथ न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के गेट पर खड़ा था। उसके साथ ट्रक का ड्रायवर राकेश पुत्र रामजीलाल निवासी जरारा और हेल्पर राजेन्द्र पुत्र रामनाथ निवासी छावरा भी था। कि तभी अचानक दो मोटरसाईकिल पर सवार हाथों में बंदूक लिए करीब आधा दर्जन लोगों रामौतार, राकेश और राजेन्द्र पर गोलिया दांगनी शुरु कर दी। गोली रामौतार के पेट व हाथ में लगी है। जबकि राकेश और राजेन्द्र के पैर और हाथों में गोली लगने से घायल हो गए है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौकाए वारदात पर पहुंची तब तक हमलावार वहां से फरार हो गए थे। पुलिस ने तीनों घायलों को जिला चिकित्सालय में भर्ती करा दिया गया है। जहां उनके शरीर में से गोली निकाली जा रही है। खबर लिखे जाने तक पुलिस हमलावरों की तलाश कर रही है।

बहुजन समाज पार्टी का प्रशिक्षण शिविर सम्पन्न

बहुजन समाज पार्टी का प्रशिक्षण शिविर सम्पन्न
म.प्र. प्रभारी धर्मप्रकाश भारती ने सिखाया चुनाव जीतने के गुण
चुनाव नेता नहीं कार्यकर्ता जीतते हैं
संजय गुप्‍ता(मांडिल), मुरैना ब्‍यूरो चीफ
मुरैना, 21 सितम्बर। जीवाजी गंज स्थित टॉउन हॉल में आज बहुजन समाज पार्टी के तत्वाधान में विधानसभा सेक्टर व पोलिंग बूथ के संगठन की समीक्षा के लिए एक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में प्रभारी म.प्र. एवं विधायक उ.प्र. धर्मप्रकाश भारतीय उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए धर्मप्रकाश भारती ने कहा कि मिशन 2008 में मध्यप्रदेश में बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनाने के लिए हमें कमर कस लेनी चाहिए। आगामी चुनावों में प्रत्येक पोलिंग बूथ पर दस - दस साथी बनाने है। जिससे की हम पोलिंग बूथ पर मतदाता को बसपा के पक्ष में वोट करने के मदद कर सके। हमें मतदाता को अपना नाम वोटरलिस्ट में ढूढकर उसे पर्ची बनाकर तत्काल मतदान कराएं। शहर की हर गली - मोहल्ले में जाकर महिलाओ और पुरुषों को मतदान करने को कहे। भारती ने कहा कि चुनाव आयोग सख्त हैं इसलिए चुनाव वाले दिन पोलिंग बूथ के पदाधिकारियों के जिम्मे हो जाता है। 294 पोलिंग बूथ आज के जिले में है। हर पोलिंग बूथ पर दस - दस कार्यकर्ता तैयार रहे। हमें हर पोलिंग बूथ से 51 प्रतिशत वोट चहिए। धर्मप्रकाश भारती ने कहा कि चुनाव कभी नेता नहीं कार्यकर्ता लड़ते है, और कार्यकर्ता ही जीतते है। हमें अपना लक्ष्य निर्धारित करके चुनाव जीतना है। अगर हमें मध्यप्रदेश में बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनानी है, तो प्रत्येक पोलिंग बूथ पर हमें ध्यान देंना चाहिए। पिछला मुरैना विधानसभा हम इसलिए हारे कि हमारी रणनीति सही नहीं थी। कार्यकर्ताओं को ठीक ढंग से उनकी जिम्मेदारियां नहीं सौपी गई थी। इस चुनाव में हम कही कोई गुजाइंश नहीं छोड़गें ऐसी मै आशा करता हूॅ। इसलिए हमने यह कार्यशाला आयोजित की है। ताकि हम समय से पहले अपनी तैयारी पूरी कर सकें। प्रशिक्षण्ा शिविर में प्रदेश उपाध्यक्ष रामबाबू समाधिया, प्रदेश महासचिव हीरालाल जाटव, रणवीर सिंह गुर्जर, वैजनाथ कुशवाह, द्वारिका चौधरी जिलाध्यक्ष रामाकांत पिप्पल, बसपा से मुरैना लोकसभा प्रत्याशी बलवीर डण्डौतिया, परशुराम मुदगल, सीपी शर्मा, किन्ना जादौन, रामप्रकाश सिंह परमार सहित सैकड़ो की तादात में कार्यकर्ता उपस्थित थे।

पूर्व सैनिकों का सम्मेलन 26 को भोपाल में

पूर्व सैनिकों का सम्मेलन 26 को भोपाल में
संजय गुप्‍ता(मांडिल), मुरैना ब्‍यूरो चीफ
मुरैना, 21 सितम्बर। राज्य पूर्व सैनिक सम्मेलन मुख्यमंत्री निवास भोपाल में 26 सितम्बर 08 को आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तौमर सम्बोधित करेगें। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी मुरैना ले. कर्नल डी.पी. एस. भदौरिया ने मुरैना एवं श्योपुर के पूर्व सैनिकों/सैनिक विधवाऐं एवं उनके आश्रितों से अपेक्षा की है कि अधिक से अधिक संख्या में पहुंच कर सम्मेलन को सफल बनाये।

ग्रामीण खेल कूद प्रतियागिता आज से

ग्रामीण खेल कूद प्रतियागिता आज से
संजय गुप्‍ता(मांडिल), मुरैना ब्‍यूरो चीफ
मुरैना, 21 सितम्बर। खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा आज से विकास खण्ड स्तरीय ग्रामीण खेल - कूद तथा महिला खेल - कूद प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह के अनुसार ग्रामीण्ा खेल - कूद प्रतियोगिता में ग्रामीण अंचलों में पिछले दो बर्षो से निवासरत 16 बर्ष तक के बालक एवं बालिका खिलाड़ी भाग ले सकते है। इसी प्रकार महिला खेल - कूद प्रतियोगिता में शहर व ग्रामीण अंचल की सभी आयु वर्ग की महिला एवं बालिका खिलाड़ी भाग ले सकती है। विकास खण्ड स्तरीय प्रतियागिता में चयनित खिलाड़ियों को जिला स्तरीय खेल - कूद प्रतियोगिता में भाग लेने पर टी.ए.डी.ए का भुगतान किया जायेगा।
महिला खेलकूद प्रतियोगिता में तैराकी, बैडमिन्टन, टेनिस, टेविल टेनिस, एथलेटिक्स, हैण्डबॉल, कबव्ी, बॉलीबाल, जिम्नास्टिक, बास्केटबॉल, हॉकी और खो - खो के खेल सम्मिलित रहेंगे। इसी प्रकार ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता में तीरंदाजी, कबव्ी, खो - खो, वेटलिफ्टिंग, एथलेटिक्स, फुटवाल, रस्साकसी, बॉलीवाल, हॉकी और कुश्ती के खेल होगें। थाना कैम्पस अम्बाह में 22 सितम्बर, शासकीय सिंधिया उत्कृष्ट उ. मा. विद्यालय पोरसा में 23 सितम्बर, नवोदय विद्यालय मानपुर जौरा में 24 सितम्बर, सुभाष उ. मा. वि. कैलारस में 25 सितम्बर शासकीय कन्या उ. मा. वि. सबलगढ़ में 26 सितम्बर और शासकीय मा. वि. पहाड़गढ़ में 27 सितम्बर को महिला खेल कूद प्रतियोगिता प्रात: 9 बजे से 1 बजे तक एवं ग्रामीण खेल - कूद प्रतियोगिता पहाड़गढ़ को छोड़कर शेष सभी स्थानों पर दोपहर 2 से 6 बजे तक आयोजित होगी। पहाड़गढ़ में ग्रामीण खेल - कूद प्रतियोगिता का समय दोपहर 1 से 5 बजे तक रहेगा। स्थानीय डा. अम्बेडकर स्टेडियम में जिला स्तरीय ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता 29 सितम्बर को और जिला स्तरीय महिला खेलकूद प्रतियोगिता 30 सितम्बर को प्रात: 10.30 बजे से 5 बजे तक आयोजित की जायेगी।

चंबल संभाग का ई-गुमटियां सम्मेलन सम्पन्न

चंबल संभाग का ई-गुमटियां सम्मेलन सम्पन्न
संजय गुप्‍ता(मांडिल), मुरैना ब्‍यूरो चीफ
मुरैना, 21 सितम्बर। म.प्र. कॉमन सर्विस सेन्टर परियोजना द्वारा नागरिक सुविधाओं के अंतर्गत ग्रामीण उद्यमी सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में आईसेक्ट द्वारा ग्रामीण अंचलों के नागरिकों को कम्प्यूटर के क्षेत्र से रुबरु कैसे कराया जाए इसके बारे में बताया गया। कार्यक्रम में जनपद पंचायत अध्यक्ष भूरा कंषाना मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित थे।
सम्मेलन में भूरा कंषाना ने कहा कि स्व. राजीव गांधी ने भारत को जो आई टी की सौगात दी। वह आज हम सब संचार के बढ़ते चरण में क्रांति के अनुरुप खोज की है। जिसमें आई सेक्ट द्वारा जो गांवों में ई - गुमटी खोज जाने से ग्राम व ग्रामीणों का विकास कम्प्यूटर के व संचार साधनों से हम बेहतर विकास कर सकेगें। ग्रामीण युवक युवतियां अब कम्प्यूटर का ज्ञान पा सकेगें। ई - गुमटियों के बारे में बताते हुए सम्मेलन में राजीव चोबे ने कहा कि मध्यप्रदेश द्वारा अधिकृत ई - ज्ञान सूचना एवं सेवा केन्द्रों की स्थापना में जिला मुरैना में 137 गुमटियों की स्थापना का कार्य आई सेक्ट को सौंपा गया था। जिनमें से लगभग 70 गुमटियों की स्थापना के बाद जिला मुरैना संभाग में प्रथम स्थान पर है। चोबे ने बताया कि इन केन्द्रो की स्थापना का कार्य फरवरी 2008 से प्रारम्भ किया गया था जो कि फरवरी 2009 तक पूरा किया जाना प्रस्तावित है। जिसके तहत मुरैना जिले में अब तक लगभग जितनी भी गुमटियों की स्थापना हुई है उन सभी गुमटी संचालकों को कम्प्यूटर की शिक्षा में पूर्ण रुप से प्रशिक्षण दिया जाकर मध्यप्रदेश शासन एवं आईसेक्ट द्वारा प्रारंभक चरण में प्रस्तावित पांच सेवाएं इस सम्मेलन के द्वारा दी जानी है। जिनमें से एम. पी. आनलाईन, भारतीय स्टेट बैंक के बिजनिस फेसिलेटेटर, इन्शोरेन्स, आई सेक्ट के सभी शैक्षणिक सेवाएं एवं डॉ. सी. व्ही. रमन विश्वविद्यालय विलासपुर के ऑनलाइन पाठयक्रम शामिल है। राजीव चौबे ने कहा कि ये केन्द्र पूर्णत: ई-गर्वनेन्स के अन्तर्गत कार्य करेगें। इस सम्मेलन के द्वारा आज इस शासकीय परियोजना को शासन के समुख प्रस्तुत करना एवं शासन को आई सेक्ट से रुबरु कराना ही इस कार्यक्रम का मुख्य उध्देश्य है। इस कार्यक्रूम के आयोजन का दूसरा मुख्य उध्देश्य शासन के उन सभी विभागों जो पंचायत स्तर तक अपनी योजनाओं एवं नागरिक सुविधाओं को पहुंचाना चाहते है या जो अभी भी किन्ही माध्यमों के द्वारा पहुचा रहे है। उन सभी का ध्यान आकर्षित करना है कि अब यह मध्यप्रदेश शासन की ई-गुमतटयां पूर्व रुप से कम्प्यूटाइज हो कर सभी प्रकार की सेवाऐं प्रदान करने में पूर्णत: सक्षम है। जिन पंचायतों में अभी केन्द्रों की स्थापना का कार्य शेष है उन्हें शीघ्र ही दिसम्बर 2008 तक पूर्ण कर लिया जावेगा। साथ ही भविष्य में ये केन्द्र शासन के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सके। शासन के आदेशानुसार कलेक्टर द्वारा जिला एवं ब्लॉक स्तर पर नोडल अधिकारियों की भी नियुक्ति की जा चुकी है। जो कि समय - समय पर इन केन्द्र संचालकों का मार्गदर्शन कर सकेंगे। जिले में श्रीमान अनुविभागीय अधिकारी श्री संदीप कुमार मांकिन जिला नोडल अधिकारी एवं समस्त ब्लॉक स्तर पर समस्त जनपद सी.ई.ओ. की निुयक्त् िनोडल अधिकारी के रुप में की जा चुकी है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में जनपद पंचायत अध्यक्ष भूरा सिंह कंषाना, अध्यक्षता क्षेत्रीय प्रबधंक राजीव चौबे, श्रीमती रानी सक्सैना सहित पत्रकार और नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में आईसेक्ट के सभी जिला प्रबंधकों ने उपस्थित सभी पदाधिकारियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए। कार्यक्रम का आभार व्यक्त हाकिम सिंह धाकड़ ने किया।

चंबल संभाग का ई-गुमटियां सम्मेलन सम्पन्न

चंबल संभाग का ई-गुमटियां सम्मेलन सम्पन्न
संजय गुप्‍ता(मांडिल), मुरैना ब्‍यूरो चीफ
मुरैना, 21 सितम्बर। म.प्र. कॉमन सर्विस सेन्टर परियोजना द्वारा नागरिक सुविधाओं के अंतर्गत ग्रामीण उद्यमी सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में आईसेक्ट द्वारा ग्रामीण अंचलों के नागरिकों को कम्प्यूटर के क्षेत्र से रुबरु कैसे कराया जाए इसके बारे में बताया गया। कार्यक्रम में जनपद पंचायत अध्यक्ष भूरा कंषाना मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित थे।
सम्मेलन में भूरा कंषाना ने कहा कि स्व. राजीव गांधी ने भारत को जो आई टी की सौगात दी। वह आज हम सब संचार के बढ़ते चरण में क्रांति के अनुरुप खोज की है। जिसमें आई सेक्ट द्वारा जो गांवों में ई - गुमटी खोज जाने से ग्राम व ग्रामीणों का विकास कम्प्यूटर के व संचार साधनों से हम बेहतर विकास कर सकेगें। ग्रामीण युवक युवतियां अब कम्प्यूटर का ज्ञान पा सकेगें। ई - गुमटियों के बारे में बताते हुए सम्मेलन में राजीव चोबे ने कहा कि मध्यप्रदेश द्वारा अधिकृत ई - ज्ञान सूचना एवं सेवा केन्द्रों की स्थापना में जिला मुरैना में 137 गुमटियों की स्थापना का कार्य आई सेक्ट को सौंपा गया था। जिनमें से लगभग 70 गुमटियों की स्थापना के बाद जिला मुरैना संभाग में प्रथम स्थान पर है। चोबे ने बताया कि इन केन्द्रो की स्थापना का कार्य फरवरी 2008 से प्रारम्भ किया गया था जो कि फरवरी 2009 तक पूरा किया जाना प्रस्तावित है। जिसके तहत मुरैना जिले में अब तक लगभग जितनी भी गुमटियों की स्थापना हुई है उन सभी गुमटी संचालकों को कम्प्यूटर की शिक्षा में पूर्ण रुप से प्रशिक्षण दिया जाकर मध्यप्रदेश शासन एवं आईसेक्ट द्वारा प्रारंभक चरण में प्रस्तावित पांच सेवाएं इस सम्मेलन के द्वारा दी जानी है। जिनमें से एम. पी. आनलाईन, भारतीय स्टेट बैंक के बिजनिस फेसिलेटेटर, इन्शोरेन्स, आई सेक्ट के सभी शैक्षणिक सेवाएं एवं डॉ. सी. व्ही. रमन विश्वविद्यालय विलासपुर के ऑनलाइन पाठयक्रम शामिल है। राजीव चौबे ने कहा कि ये केन्द्र पूर्णत: ई-गर्वनेन्स के अन्तर्गत कार्य करेगें। इस सम्मेलन के द्वारा आज इस शासकीय परियोजना को शासन के समुख प्रस्तुत करना एवं शासन को आई सेक्ट से रुबरु कराना ही इस कार्यक्रम का मुख्य उध्देश्य है। इस कार्यक्रूम के आयोजन का दूसरा मुख्य उध्देश्य शासन के उन सभी विभागों जो पंचायत स्तर तक अपनी योजनाओं एवं नागरिक सुविधाओं को पहुंचाना चाहते है या जो अभी भी किन्ही माध्यमों के द्वारा पहुचा रहे है। उन सभी का ध्यान आकर्षित करना है कि अब यह मध्यप्रदेश शासन की ई-गुमतटयां पूर्व रुप से कम्प्यूटाइज हो कर सभी प्रकार की सेवाऐं प्रदान करने में पूर्णत: सक्षम है। जिन पंचायतों में अभी केन्द्रों की स्थापना का कार्य शेष है उन्हें शीघ्र ही दिसम्बर 2008 तक पूर्ण कर लिया जावेगा। साथ ही भविष्य में ये केन्द्र शासन के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सके। शासन के आदेशानुसार कलेक्टर द्वारा जिला एवं ब्लॉक स्तर पर नोडल अधिकारियों की भी नियुक्ति की जा चुकी है। जो कि समय - समय पर इन केन्द्र संचालकों का मार्गदर्शन कर सकेंगे। जिले में श्रीमान अनुविभागीय अधिकारी श्री संदीप कुमार मांकिन जिला नोडल अधिकारी एवं समस्त ब्लॉक स्तर पर समस्त जनपद सी.ई.ओ. की निुयक्त् िनोडल अधिकारी के रुप में की जा चुकी है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में जनपद पंचायत अध्यक्ष भूरा सिंह कंषाना, अध्यक्षता क्षेत्रीय प्रबधंक राजीव चौबे, श्रीमती रानी सक्सैना सहित पत्रकार और नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में आईसेक्ट के सभी जिला प्रबंधकों ने उपस्थित सभी पदाधिकारियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए। कार्यक्रम का आभार व्यक्त हाकिम सिंह धाकड़ ने किया।

बेहड़ी जमीन पूंजीपतियों से लेकर किसानों को दी जाए : जेन

बेहड़ी जमीन पूंजीपतियों से लेकर किसानों को दी जाए : जेन
अंचल की बेहड़ी जमीन को सेठों को मुफ्त में दी गई
किसानों को दी जाए जमीन नहीं तो होगा आंदोलन
संजय गुप्‍ता(मांडिल), मुरैना ब्‍यूरो चीफ मुरैना,
21 सितम्बर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चम्बल अंचल की गरीब और मजदूर किसानों के साथ धोखा किया है। प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा चम्बल संभाग में स्थित बेहड़ की जमीन को बाहर की कम्पनियों और पूंजीपतियों को बिना कोई शुल्क लिये दे दिया है। प्रदेश भाजपा सरकार की इस किसान विरोधी निती के चलते जिले के ग्रामीण अंचल के किसान भूमि के लिए तरसेगें। इस बेहड़ी जमीन पर किसान अपनी मेहनत से अन्न लहलहा देगें, जिससे चंबल में बन हरे बेहड़ की जमीन को कटाव से रोका जा सकेगा। अगर प्रदेश सरकार 15 दिन के अंदर बेहड़ भूमि किसानों को देने तथा कंपनियों व सेठों के आवेदन निरस्त करने की घोषणा नहीं की तों मजबूर होकर चम्बल क्षेत्र के ग्रामीणों को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा। उक्त बात पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष करन सिंह जैन ने एक प्रेस विज्ञप्ति में दी।
करन सिंह जेन ने कहा कि चंबल संभाग के मुरैना, श्योपुर और भिण्ड जिले में तीन लाख दस हजार हैक्टरयर बीहड़ी क्षेत्र है। इन क्षेत्रों में 15 नदियां प्रतिबर्ष कटाव के द्वारा 800 हैक्टर्स प्रतिवर्ष बेहड़ बनाती है। चंबल के 2362 गांवों में से 1446 ग्राम इससे प्रभावित है। ग्वालियर स्टेट के समय से ही बेहड़ों को कृषि योग्य बनाने के प्रयत्न हुए। सन 1919 व 1945 में तत्कालीन महाराज ने बेहड़ की भूमि बांध बनाने के लिए किसानों को पट्टे पर दी उनमें से कई बांध आज भी है तथा भूमि पर कृषि हो रही है। उसके बाद रियासत समाप्त हो गई और मध्यभारत में शासन ने बेहड़ भूमि पट्टे पर देने के नियम बने लेकिन 1956 में मध्यप्रदेश बनने के बाद वो स्कीम समाप्त कर दी गई। उसके बाद समय - समय पर कई स्कीम चंबल की भूमि को समतल करने और कटाव रोकने के लिए बनाई गई। लेकिन कोई भी स्कीम सफल नहीं हो सकी। जेन ने बताया कि मध्यप्रदेश के कांग्रेस सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह ने चंबल संभाग की बेहड़ समस्या को गंभीरता से लेते हुए चम्बल संभाग के सर्वागीण विकास और बेहड़ों के उध्दार के लिए चम्बल विकास प्राधिकरण गठित किया गया। जिसमें सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों के साथ कुछ समाज सेवियों को भी सदस्य बनाया। लेकिन अर्जुन सिंह की इस योजना पर कोई अमल हो पाता इससे पहले ही वह मुख्यमंत्री पद से हट गए। उनके हटते ही प्राधिकरण और बेहड़ उपचार की योजना भी समाप्त हो गई। पूर्व अध्यक्ष करन सिंह ने कहा कि बेहड़ों के उध्दार की समस्या चम्बल संभाग के ग्रामीणों की सामाजिक समस्या है। युवकों में बेरोजगारी उनकी शिक्षा दीक्षा युवकों के विवाह न हो पाना आदि ऐसी समस्याऐं है जो बेहड़ के ग्रामीण झेल रहे है। डकैतों और पुलिस दोनों के ही कोप का भाजन इन्हें बनना पड़ता है। इसलिए इन ग्रामीणों की बेहड़ की समस्या सामाजिक है। किन्तु शासन एवं प्रशासन मे बैठे महानुभावों द्वारा अभी तक इसे इस क्षेत्र के ग्रामीणों की उपरोक्त परेशानियों को दृष्टि में रख कर विचार नहीं किया गया। जैन ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार बेहड़ की इस भूमि को बाहर की कम्पनियों और पूंजीपतियों को दे रही है। इसके एवज में सरकार कोई शुल्क भी नहीं ले रही है। किसानों को भूमि दिए जाने के लिए तो कड़ नियम है किन्तु पूंजीपतियों को भूमि दिए जाने के लिए क्या नियम बने है इसकी जानकारी किसी को नहीं है। चंबल की बेहड़ी जमीन का पट्टा दिए जाने के लिए न तो कोई विज्ञप्ति जारी की गई है, न ही ग्राम पंचायत से राय ली गई है। कोई भी कम्पनी चाहे जहां जमीन ले सकती है। करन सिंह जेन ने कहा कि कम्पनियां इन भूमि पर अन्न पैदा नहीं करेगी बल्कि पेड़ लगायेगी। और कुछ बर्ष बाद भूमि उन्ही की हो जावेगी। परिणाम यह होगा कि भविष्य में क्षेत्र के किसान और ग्रामीण्ा कृषि के लिए भूमि को तरसेगें। प्रदेश सरकार का ये कदम निश्चित तोर से किसान विरोधी है। जेन ने कहा कि हमारें गांवों के युवक पढ़े लिखे और अनपढ़ आज बेरोजगार मारे - मारे फिर रहे है, गांव के भूमिहीन भरपेट भोजन को तरस रहे है फिर भी आप हमारे हकों को छीनकर बड़े सेठो को इस जमीन को दे रहे हो। आप कैसे किसान के बेटे हो जो हजारों लाखों किसानों के और ग्रामीणों पर ऐसा जुल्म कर रहे हों। इस जमीन को हम भूमिहीन किसानोंव मजदूरों को दस - दस बीघा के टुकड़ों में बांट दो, हम अपनी मेहनत से इसमें अन्न लहलहा देगें, जो हमारा भी पेट भरेगा और इस क्षेत्र के लोगों का भी पेट भरेगा क्षेत्र में डाकू भी नहीं बनेगें और न पनपेगें। अगर प्रदेश सरकार 15 दिन के अंदर बेहड़ भूमि किसानों को देने तथा कंपनियों व सेठों के आवेदन निरस्त करने की घोषणा नहीं की तों मजबूर होकर चम्बल क्षेत्र के ग्रामीणों को आन्दोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।