गुरुवार, 20 मार्च 2008

वन संसाधनों के संरक्षण और विकास से ही पर्यावरण का संतुलन - मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान (विश्व वानिकी दिवस 21 मार्च)

वन संसाधनों के संरक्षण और विकास से ही पर्यावरण का संतुलन - मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान (विश्व वानिकी दिवस 21 मार्च)
20 मार्च 2008//मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने विश्व वानिकी दिवस 21 मार्च के अवसर पर प्रदेश के नागरिकों के नाम अपने संदेश में कहा है कि वन संसाधनों के संरक्षण और विकास से ही पर्यावरण का संतुलन रखा जा सकता हैं।
श्री सिंह ने अपने संदेश में कहा है कि जीवन के अस्तित्व के लिये वन संसाधनों का बेहतर प्रबंधन आवश्यक है। विश्व वानिकी दिवस का आयोजन इस दिशा में लोगों में जागरूकता लाने के लिये किया जाता है। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में वानिकी विकास के साथ ग्राम संसाधन विकास के लिये अनेक नीतिगत निर्णय लिये गये है। मध्यप्रदेश की वन-नीति 2005 बेहतर वन प्रबंधन के साथ ही जन कल्याण पर केन्द्रित है। प्रदेश में वानिकी विकास की योजनाओं से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नये अवसर विकसित किये गये हैं। वानिकी विकास कार्यक्रमों में जनभागीदारी के अंश को व्यापक किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने विश्वास व्यक्त किया है कि विश्व वानिकी दिवस अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में सफल रहेगा।

वन संसाधनों के संरक्षण और विकास से ही पर्यावरण का संतुलन - मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान (विश्व वानिकी दिवस 21 मार्च)

वन संसाधनों के संरक्षण और विकास से ही पर्यावरण का संतुलन - मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान (विश्व वानिकी दिवस 21 मार्च)
20 मार्च 2008//मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने विश्व वानिकी दिवस 21 मार्च के अवसर पर प्रदेश के नागरिकों के नाम अपने संदेश में कहा है कि वन संसाधनों के संरक्षण और विकास से ही पर्यावरण का संतुलन रखा जा सकता हैं।
श्री सिंह ने अपने संदेश में कहा है कि जीवन के अस्तित्व के लिये वन संसाधनों का बेहतर प्रबंधन आवश्यक है। विश्व वानिकी दिवस का आयोजन इस दिशा में लोगों में जागरूकता लाने के लिये किया जाता है। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में वानिकी विकास के साथ ग्राम संसाधन विकास के लिये अनेक नीतिगत निर्णय लिये गये है। मध्यप्रदेश की वन-नीति 2005 बेहतर वन प्रबंधन के साथ ही जन कल्याण पर केन्द्रित है। प्रदेश में वानिकी विकास की योजनाओं से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नये अवसर विकसित किये गये हैं। वानिकी विकास कार्यक्रमों में जनभागीदारी के अंश को व्यापक किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने विश्वास व्यक्त किया है कि विश्व वानिकी दिवस अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में सफल रहेगा।

विश्व वानिकी दिवस वनों तथा प्रकृति के प्रति हमारे कर्तव्य का बोध कराता है - राज्यमंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह (विश्व वानिकी दिवस 21 मार्च)

विश्व वानिकी दिवस वनों तथा प्रकृति के प्रति हमारे कर्तव्य का बोध कराता है - राज्यमंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह (विश्व वानिकी दिवस 21 मार्च)
20 मार्च 2008//वन राज्यमंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह ने कहा है कि प्रतिवर्ष 21 मार्च को मनाये जाने वाला विश्व वानिकी दिवस, हमें वनों तथा प्रकृति के प्रति हमारे कर्तव्य का बोध कराता है। पर्यावरण संतुलन बनाये रखने के लिए हरियाली का होना आवश्यक है। वन विनाश का परिणाम आज हमारे सामने है। वन संसाधनों के बेहतर प्रबंधन के द्वारा हम भावी पीढ़ी का जीवन सुरक्षित रख सकेंगे।
श्री कुशवाह ने विश्व वानिकी दिवस पर अपने संदेश में कहा है कि हम सभी को इसके लिए मिल-जुलकर प्रयास करना होगा ताकि पौधारोपण के प्रति जन चेतना लाई जा सके। राज्य सरकार द्वारा वनों के संरक्षण और विकास के लिये अनेक योजनायें चलाई जा रही है। आप सभी इन योजनाओं का लाभ उठा कर प्रदेश की हरियाली को बढ़ाने में सहयोग प्रदान करें।
वन राज्यमंत्री श्री कुशवाह ने विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर सभी नागरिकों से वन विकास तथा उसके संरक्षण में अपना सहयोग देकर पर्यावरण की रक्षा का संकल्प लेने का आग्रह किया है।

पर्यावरण संतुलन के लिये वनों का संरक्षण और विकास एकमात्र विकल्प - वनमंत्री कुँवर विजय शाह (विश्व वानिकी दिवस 21 मार्च)

पर्यावरण संतुलन के लिये वनों का संरक्षण और विकास एकमात्र विकल्प - वनमंत्री कुँवर विजय शाह (विश्व वानिकी दिवस 21 मार्च)
20 मार्च 2008//वन मंत्री कुँवर विजय शाह ने 21 मार्च को प्रतिवर्ष मनाये जाने वाले विश्व वानिकी दिवस पर कहा है कि पर्यावरण संतुलन को बनाये रखने के लिये वनों का संरक्षण और विकास ही एकमात्र विकल्प है।
कुँवर विजय शाह ने अपने सन्देश में कहा है कि जीवन के अस्तित्व का वनों से गहरा संबंध है। मानव ने प्रकृति का निरंतर दोहन किया है, इसके परिणाम स्वरूप हरा आवरण प्रभावित हुआ है। इसका सीधा प्रभाव पर्यावरण संतुलन पर पड़ा है। वनों का संरक्षण और विकास ही इसका एकमात्र विकल्प है। विश्व वानिकी दिवस मनाने के पीछे उद्देश्य यह है कि जन साधारण को वन संसाधनों के बेहतर प्रबंधन के लिये जागरूक किया जा सके।
वन मंत्री कुँवर विजय शाह ने कहा है कि राज्य सरकार ने राज्य की वन नीति-2005 को जारी कर वनों के संरक्षण और संवर्धन के प्रति अपनी प्रतिबध्दता को दोहराया है। प्रदेश में संयुक्त वन प्रबंधन के तहत ग्रामीणों के सहयोग से वानिकी विकास की गतिविधियों को सफलतापूर्वक चलाया जा रहा है। राज्य सरकार ग्रामीणों को आजीविका के वैकल्पिक साधन उपलब्ध कराकर उनके आर्थिक, सामाजिक विकास की दिशा में प्रयत्नशील है। वानिकी विकास के लिये विद्या, वन, ऊर्जा वन तथा चारागाह विकास की नयी योजनाएं प्रारंभ की गई है। इन सभी योजनाओं के बेहतर परिणाम के लिये जन साधारण का सहयोग आवश्यक है।
कुँवर विजय शाह ने विश्वास व्यक्त किया है कि विश्व वानिकी दिवस जन साधारण में जागरूकता लाने में सफल रहेगा।

नियुक्ति

नियुक्ति
20 मार्च 2008//राज्य शासन द्वारा उज्जैन विकास प्राधिकरण उज्जैन में दो पदों पर नियुक्तियाँ की गई है।
इसके अनुसार उपाध्यक्ष पद पद पर श्री वीरेन्द्र कावडिया तथा सदस्य पद पर श्री विश्वनाथ व्यास को नियुक्त किया गया है।

सरकारी विभागों ने 7 करोड़ 80 लाख रु. से अधिक के कपड़ों की खरीदी की

सरकारी विभागों ने 7 करोड़ 80 लाख रु. से अधिक के कपड़ों की खरीदी की
20 मार्च 2008//शासकीय वस्त्र प्रदाय योजना के अंतर्गत ग्रामोद्योग विभाग को इस वर्ष 7 करोड़ 80 लाख रूपये से अधिक के वस्त्र प्रदाय के आदेश मिले हैं। ये आदेश विभिन्न सरकारी विभागों से यूनिफार्म आदि के कपड़ों के लिए प्राप्त हुए।
शासकीय विभागों को लगने वाले वस्त्रों की प्रदाय व्यवस्था से बुनकरों को रोजगार प्रदाय किया जा रहा है। ग्रामोद्योग विभाग को इस वर्ष शासकीय विभागों से 7 करोड़ 80 लाख रूपये से अधिक के आदेश प्राप्त हुए हैं।
आदेश प्राप्त होने से प्रदेश की विभिन्न बुनकर सहकारी समितियों, लघु हाथकरघा इकाइयों, व्यक्तिगत हाथकरघा बुनकरों को उत्पादन कार्यक्रम ग्रामोद्योग विभाग द्वारा दिया गया था। इससे 7 लाख 56 हजार 525 मानव दिवस का रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
इसी प्रकार से हाथकरघा संचालनालय द्वारा पूर्व में संचालनालय की विभिन्न सहायता योजनाओं में मात्र सहकारी समितियों को ही सहायता उपलब्ध कराये जाने का प्रावधान था। विभाग द्वारा इस प्रावधान का विस्तार किया गया है। नये विस्तार के अनुसार योजनाओं की स्व-सहायता समूहों के लिए भी प्रारंभ किया गया है।

नियुक्ति

नियुक्ति
20 मार्च 2008//राज्य शासन द्वारा श्रीमती ज्योति धुर्वे को म.प्र. राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

पेयजल को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाय

पेयजल को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाय
पेयजल के लिए नगरीय निकायों को दो सौ करोड़, वीडियो कांफ्रेसिंग में मुख्य सचिव श्री राकेश साहनी
20 मार्च 2008//मुख्य सचिव श्री राकेश साहनी ने समस्याग्रस्त पेयजल समस्या वाले स्थानों पर सर्वोच्च प्राथमिकता से पेयजल आपूर्ति कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने जानकारी दी कि प्रदेश में नगरीय निकायों को पेयजल के लिए 2 सौ करोड़ रुपये उपलब्ध कराये जा रहे हैं। वे आज यहां वीडियों कांफ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश के जिला कलेक्टरों एवं संभागायुक्तों से चर्चा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से वन अधिकार अधिनियम, आंगनवाड़ी तथा गेहूँ उपार्जन आदि विषयों पर चर्चा की।
मुख्य सचिव ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मुख्य अभियंता को निर्देश दिए हैं कि जहां पेयजल का अतिसंकट है वहां 24 घंटें में नलकूप खनन की स्वीकृति दी जाय। उन्होंने 24 घंटे में ही हैंडपंप मरम्मत कराये जाने के भी निर्देश दिए। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां नलजल योजना बिजली बिलों के कारण बंद है वहां लंबित बिलों के भुगतान के लिए ऊर्जा विभाग को 15 करोड़ रुपये दे दिए गए हैं। मुख्य सचिव ने सभी अधिकारियों को खरीफ के लिए बीज की व्यवस्था के लिए अभी से ही समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं ताकि समय से पूर्व भंडारण किया जा सके।
मुख्य सचिव ने वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान अधिकारियों से कहा कि वन अधिनियम के क्रियान्वयन को प्राथमिकता दें। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। जिन जिलों में अभी समितियां गठित नहीं की गई हैं वहां समितियां गठन की कार्यवाही तत्काल करें।
इसी प्रकार से आंगनवाड़ियों की मानिटरिंग नियमित रुप से करने के निर्देश जिला कलेक्टरों को दिये गये हैं। विशेष तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में गर्मियों में बच्चों में डिहाईड्रेशन की समस्या होने पर आंगनवाडी कायकर्ता सजग रहे, इसका ध्यान रखा जाये।
मुख्य सचिव ने गेहूँ उपार्जन के लिए आवश्यकता होने पर प्रायवेट गोदाम किराये पर लेने के निर्देश दिये। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में एक मार्च से समर्थन मूल्य पर गेहूँ का उपार्जन प्रारंभ हो गया है। इस वर्ष 10 लाख मीट्रिक टन उपार्जन का का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मुख्य सचिव ने संभागायुक्तों एवं कलेक्टरों से आगामी पर्वों पर कानून व्यवस्था की स्थिति पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिये हैं।
वीडियों कांफ्रेसिंग में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सचिव श्री पी.सी. मीणा ने अधिकारियों से कहा कि जहां हैंडपंप खराब हो। उसकी सूचना तत्काल दी जाये। हैंड पंप मरम्मत के लिए प्रत्येक विकास खण्ड में किराये के वाहन उपलब्ध कराये गये हैं। उन्होंने बताया कि राज्य एवं जिला स्तर पर कंट्रोल कक्ष स्थापित कर दिये गये हैं।

राज्यपाल डा. जाखड़ द्वारा प्रदेशवासियों को त्योहारों की शुभकामनाएं

राज्यपाल डा. जाखड़ द्वारा प्रदेशवासियों को त्योहारों की शुभकामनाएं
20 मार्च 2008//राज्यपाल डा. बलराम जाखड़ ने होली, मिलाद उन नबी, गुडफ्राइडे और चेतीचांद त्यौहारों पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
राज्यपाल डा. जाखड़ ने अपने संदेश में कहा है कि भारतीय संस्कृति में सभी त्यौहारों को आपसी सौहार्द, एकता,सद्भाव और भाईचारे के साथ मनाने की परम्परा रही है। सभी धर्मगुरूओं ने इंसानियत की रक्षा, तरक्की और शांति का पैगाम दिया है। भारतवर्ष की अनेकता में एकता की सांस्कृतिक मिसाल आज भी पूरे विश्व में प्रसिध्द है।
राज्यपाल डा. जाखड़ ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि सभी त्योहार परम्परागत हर्षोल्लास, एकता और भाई चारे के साथ मनायें। डा. जाखड़ ने प्रदेशवासियों की खुशहाली और समृध्दि की कामना की है।

वनवासी युवाओं को वन संरक्षण से जोड़ने की अभिनव योजना की शुरूआत आज से

वनवासी युवाओं को वन संरक्षण से जोड़ने की अभिनव योजना की शुरूआत आज से
प्रथम चरण में 300 युवा-युवतियों को जोड़ा जायेगा: वन मंत्री कुँवर विजय शाह
20 मार्च 2008//वन विभाग द्वारा वनों के आसपास रहने वाले ग्रामीण युवाओं को वन सुरक्षा एवं वनों के विकास से जोड़ने की योजना प्रारम्भ की जा रही है। प्रथम चरण में इस अभिनव योजना से करीब तीन सौ युवाओं को जोड़ा जा रहा है। वन तथा आदिम जाति कल्याण मंत्री कुँवर विजय शाह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना का शुभारम्भ भोपाल वन वृत्त में 21 मार्च 2008 को विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर किया जा रहा है। बाद में यह योजना प्रदेश के अन्य वन वृत्तों में भी यह लागू की जायेगी।
वन मंत्री कुँवर विजय शाह ने बताया कि भोपाल वन वृत्त के 6 वनमण्डलों (भोपाल, सीहोर, रायसेन, ओबेदुल्लागंज, विदिशा एवं राजगढ़) के लगभग 300 वनवासी युवक-युवतियों को प्रथम चरण में इस योजना से जोड़ा जा रहा है। इन युवाओं को प्रशिक्षित कर तथा आवश्यक सामग्री जैसे साइकिल आदि उपलब्ध कराकर वन सेना के रूप में गठन किया जा रहा है। इन युवाओं के माध्यम से वनों की सुरक्षा के साथ-साथ वन संरक्षण का संदेश वनवासियों के बीच प्रभावी रूप से पहुँचाया जायेगा। साथ ही इन युवाओं को वृक्षारोपण, ग्रामीणों के माध्यम से पौधा रोपण तथा रोजगार मूलक कार्यो से भी जोड़ा जायेगा।
कुँवर विजय शाह ने बताया कि भोपाल वन वृत्त के लिए भारतीय वन प्रबन्ध संस्थान भोपाल को इस योजना से जोड़ा गया है। योजना निर्माण, प्रशिक्षण तथा अनुश्रवण का कार्य संस्थान के माध्यम से कराया जायेगा।

किसान क्रेडिट कार्ड योजनांतर्गत सहकारी बैकों के माध्यम से 30 लाख कार्ड वितरित

किसान क्रेडिट कार्ड योजनांतर्गत सहकारी बैकों के माध्यम से 30 लाख कार्ड वितरित
20 मार्च 2008//किसानों को सहकारी संस्थाओं से ऋण आसानी से उपलब्ध हो सके इसके लिए किसान क्रेडिट कार्ड योजना लागू की गई है। इस योजना के अन्तर्गत सहकारी बैंकों के माध्यम से प्रदेश में लगभग 30 लाख किसानों के क्रेडिट कार्ड बनाकर वितरित किए गए है।
राज्य शासन द्वारा कृषि ऋणों को दो गुना करने के लक्ष्य के अन्तर्गत वर्ष 2003-04 में सहकारी साख संस्थाओं के माध्यम से 1273 करोड़ का अल्पकालीन फसल ऋण वितरित किया गया था जो कि वर्ष 2006-07 के अंत तक 3 वर्ष की अवधि में दो गुना होकर 2580 करोड़ हो गया है। इसमें 101 प्रतिशत की वृध्दि हुई है। वर्ष 2007-08 में फरवरी 2008 के अंत तक 3060 करोड़ का फसल ऋण कृषकों को वितरित किया जा चुका है। आगामी 2 वर्षों में इसके पुन: दो गुना किए जाने का निर्णय लिया गया है। वर्ष 2008-09 में लगभग 4500 करोड़ का फसल ऋण वितरण किए जाने की संभावना है।
प्रदेश की सहकारी साख समितियों और बैकों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने लिए बैक ऋणों की वसूली ही एकमात्र विकल्प है। संस्थाओं के पुराने ओव्हर डयू ऋणों की वसूली के लिए राज्य राज्य शासन द्वारा क्रिस योजना संचालित है जिसके तहत ऐसे प्रकरणों की वसूली के लिए प्रकरण राजस्व अधिकारियों को सौंपे जाते है। ऐसे अधिकारियों को वसूल की गई राशि का एक प्रतिशत प्रोत्साहन राशि के रूप में दिया जाता है।

होली के रंग : हर्बल गुलाल के संग

होली के रंग : हर्बल गुलाल के संग
20 मार्च 2008//मध्यप्रदेश के वन विभाग ने होली त्यौहार के लिए ईको फ्रेन्डली रंग तैयार किए है। टेसू के फूलों के प्राकृतिक रंग और सुंगध के अद्भुत मेल से बने विशेष हर्बल गुलाल, गुलाबी, पीले और हरे रंग में राजधानी में विभिन्न स्थानों पर विक्रय के लिये उपलब्ध है। 'पर्यावरण मित्र' हर्बल गुलाल की यह रंगबिरंगी सौगात भोपाल स्थित लघु वनोपज प्रसंस्करण एवं अंनुसंधान केन्द्र बरखेड़ा पठानी ने तैयार की है। यह केन्द्र मध्यप्रदेश राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ द्वारा संचालित है।
विंध्य हर्बल्स श्रृखंला के अंतर्गत तैयार हर्बल गुलाल प्राचीन परंपरागत वैदिक पध्दतियों से बनाया गया है जिन्हें तत्कालीन राजपरिवारों द्वारा उपयोग किया जाता था। यह हर्बल गुलाल के जरिये इस बार पारम्परिक राजसी तरीके से होली खेलने का आनंद अब आम लोग भी उठा सकेंगे। यह रंग प्रदूषण रहित है साथ ही आर्सेनिक, जस्ता, सीसा, केडमियम, कैमेकिल तथा अभ्रक जैसे हानिकारक तत्वों से मुक्त है। इन रंगों को छुड़ाने में पानी का अपव्यय भी नहीं होगा जिससे पानी की बचत भी होगी। हर्बल गुलाल की यह खासियत है कि शरीर पर इनके प्रयोग से कोई विपरीत प्रभाव नहीं होता है।
मध्यप्रदेश राज्य लघु वनोपज के प्रबंध संचालक श्री रमेश के. दवे ने बताया कि राजधानी भोपाल में हर्बल गुलाल विभिन्न स्थानों पर विक्रय के लिए उपलब्ध कराया गया है। हर्बल गुलाल संजीवनी आयुर्वेद केन्द्र प्रकाश तरण पुष्कर के सामने लिंकरोड नम्बर एक पर उपलब्ध है। मुख्य वितरक मेसर्स. हीलर फार्मा, महाराणा प्रताप नगर, भोपाल के प्रमुख आयुर्वेदिक दवा के विक्रय केन्द्रों पर भी ये रंग उपलब्ध है।
रंग-बिरंगे हर्बल गुलाल का उत्पादन म.प्र. के जिला वनोपज सहकारी संघ, उज्जैन द्वारा भी तैयार कर विक्रय की व्यवस्था की गई है।

वन मंत्री कुँवर विजय शाह द्वारा होली पर्व पर पर्यावरण और हरियाली सुरक्षा की अपील

वन मंत्री कुँवर विजय शाह द्वारा होली पर्व पर पर्यावरण और हरियाली सुरक्षा की अपील
20 मार्च 2008//वन मंत्री कुँवर विजय शाह ने प्रदेश के नागरिकों से होली के पार्वन पर्व पर होलिका दहन पर लकड़ी का प्रतीक रूप में कम से कम उपयोग करने की अपील की है।
कुँवर विजय शाह ने कहा है कि रंग और गुलाल का पर्व होली उल्लासपूर्ण वातावरण में मनाया जाता है। इस अवसर पर गांव तथा नगरों में कई स्थानों पर होलिका दहन किया जाता है, जिसके लिए बड़ी मात्रा में लकड़ी का उपयोग होता है। उन्होंने कहा है कि हम सभी के लिए वृक्षों की उपयोगिता सिर्फ पर्यावरण तक ही नहीं अपितु जीवन निर्वाह के लिए बुनियादी आवश्यकता भी है। वर्तमान में हम हरियाली की कमी को हर तरफ महसूस कर रहे है। आज आवश्यकता है कि वनों का संवहनीय उपयोग करते हुए हमें भावी पीढ़ी के लिए इसे सुरक्षित रखें।
वन मंत्री कुँवर विजय शाह ने होली के पर्व पर सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनांए देते हुए हरियाली और पर्यावरण की रक्षा करने का आव्हान किया है।

होलिका दहन के लिए हरे पेड़ों को नुकसान नहीं पहुचाएं : राज्य मंत्री श्री कुशवाह

होलिका दहन के लिए हरे पेड़ों को नुकसान नहीं पहुचाएं : राज्य मंत्री श्री कुशवाह
20 मार्च 2008//वन राज्य मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह ने उत्साह और उमंग के प्रतीक होली पर्व की शुभकामनांए देते हुए प्रदेशवासियों से होलिका दहन के लिए हरे पेड़ों को नुकसान नही पहुचाने की अपील की है।
श्री कुशवाह ने कहा है कि होली के त्यौहार पर अतिउत्साह में कहीं-कहीं हरे वृक्षों को भी जाने-अनजाने में नुकसान पहुंचाया जाता है। इससे हम पर्यावरण के लिए खतरा भी पैदा करते है।
राज्य मंत्री ने कहा है कि हमारे पर्यावरण को वृक्षों की कमी एवं घटते वन क्षेत्र ने प्रभावित किया है। वनोपज की मांग और आपूर्ति के बीच बढ़ते अंतर ने इस समस्या को जटिल बना दिया है। समय की आवश्यकता है कि लकड़ी के उपयोग को सीमित करते हुए वनों का संरक्षण तथा विकास किया जाये। यह सभी के सहयोग से ही संभव है।
वन राज्य मंत्री ने कहा है कि होली के पर्व के सांस्कृतिक पक्ष को सामने लाते हुए रंग और गुलाल के साथ मिलजुलकर होली का पर्व शालिनता से मनायें। उन्होंने होलिका दहन में कम से कम लकड़ी का उपयोग करने की अपील की है।

भोपाल में होली पर्व पर जलाऊ लकड़ी उपलब्ध कराने के लिए 14 केन्द्र स्थापित

भोपाल में होली पर्व पर जलाऊ लकड़ी उपलब्ध कराने के लिए 14 केन्द्र स्थापित
20 मार्च 2008// होली पर्व पर भोपाल के शहरवासियों को सुगमता से लकड़ी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 14 जलाऊ लकड़ी विक्रय केन्द्र स्थापित किये गए हैं। इन केन्द्रों में पर्याप्त मात्रा में जलाऊ लकड़ी उपलब्ध है। ये अस्थाई विक्रय केन्द्र शाहजहांनाबाद, जी.ए.डी. क्रासिंग, बैरागढ़, छोलारोड़, बिट्ठन मार्केट, कोलार डिपो, सर्वधर्म कालोनी कोलार रोड, मंगलवारा, करोंद चौराहा, जहॉगीराबाद, गोविंदपुरा, आनंद नगर, अहमदपुर, सेन्ट्रल डिपो तथा मयूर विहार में खोले गए हैं। इन डिपों पर जलाऊ लकड़ी की बिक्री दर समस्त कर सहित 230 रूपये क्विंटल निर्धारित है।

तेन्दुआ शिकार के आरोपियों को कारावास

तेन्दुआ शिकार के आरोपियों को कारावास
20 मार्च 2008// तेन्दुआ शिकार में लिप्त पांच आरोपियों को न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी, बागली जिला देवास द्वारा एक-एक वर्ष के कारावास के साथ ही पांच-पांच हजार रूपये का अर्थदण्ड दिया गया है।
वन परिक्षेत्र अधिकारी उदयनगर, जिला देवास द्वारा 11 मई, 1997 को तेन्दुआ के शिकार घटना से जुड़े पांच आरोपियों को खण्डवा तथा खरगोन क्षेत्र से गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रकरण प्रस्तुत किया गया था। वन कर्मियों द्वारा शिकार में उपयोग में लायी गई भरमार बंदूक, फंदा, चाकू तथा खाल आदि की जप्ती भी की गई। वन विभाग द्वारा न्यायालय में प्रभावी साक्ष्य प्रस्तुत कर आरोपियों को सजा दिलाने का प्रयास किया गया।
न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी, बागली जिला देवास द्वारा साक्ष्यों के आधार पर वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत आरोपियों को दण्डनीय अपराध का दोषी पाते हुए, जगन, इमरत, अमरसिंह, सुखराम तथा मनोहर को एक-एक वर्ष के सश्रम कारावास और पांच-पांच हजार रूपये अर्थदण्ड से दंडित किया है।

रीवा जिले में मनगवां तहसील के गठन का प्रस्ताव

रीवा जिले में मनगवां तहसील के गठन का प्रस्ताव
20 मार्च 2008// राज्य शासन ने रीवा जिले में एक नयी तहसील गठित करने का प्रस्ताव किया है। जिले की सिरमौर तहसील को विभाजित कर मनगवां तहसील का गठन किया जायेगा ताकि क्षेत्र का प्रशासन समुचित एवं प्रभावी रुप से किया जा सके। प्रस्तावित मनगवां तहसील में सिरमौर तहसील के कुल 46 पटवारी हल्के होंगे जिसमें कुल ग्राम 299 सम्मिलित होंगे। वर्तमान सिरमौर तहसील में कुल 63 पटवारी हल्के होंगे जिसमें कुल ग्राम 379 सम्मिलित होंगे।
मध्यप्रदेश राजपत्र में इस सूचना के प्रकाशित होने की तिथि से 60 दिन के भीतर इस संबंध में सुझाव या आपत्ति प्रमुख सचिव राजस्व को लिखित में भेजी जा सकेंगी। राज्य शासन द्वारा इस अवधि के बाद इस संबंध में प्राप्त सुझाव और आपत्तियों पर विचार कर निर्णय लिया जायेगा।

पदोन्नति

पदोन्नति
20 मार्च 2008// विधि एवं विधायी कार्य विभाग द्वारा श्रीमती उर्मिला शर्मा मुख्य अनुवादक को सहायक संचालक, अनुवाद के पद पर वेतनमान रुपये 6500-200-10500 में पदोन्नत करने के आदेश जारी किये गए हैं। इसी आदेश द्वारा श्री ओ.पी. गुप्ता अनुवादक को मुख्य अनुवादक के पद पर पदोन्नत किया गया है।

हेलीकॉप्टर के अनुपयोगी सामग्री हेतु समिति का गठन

हेलीकॉप्टर के अनुपयोगी सामग्री हेतु समिति का गठन
20 मार्च 2008// राज्य शासन ने विमानन विभाग के विमान और हेलीकॉप्टर क्रय-विक्रय नियम 1999 के अन्तर्गत शासकीय चेतक हेलीकॉप्टर के अनुपयोगी पुर्जे तथा मलवे को विक्रय करने के प्रस्ताव के अनुमोदन हेतु एक समिति का गठन किया है।
समिति के अध्यक्ष मुख्य सचिव बनाये गये हैं। समिति में अपर मुख्य सचिव गृह और प्रमुख सचिव वित्त सदस्य तथा सचिव विमानन सदस्य सचिव हैं।

मछली पालन विभाग में पदोन्नति

मछली पालन विभाग में पदोन्नति
20 मार्च 2008// राज्य शासन द्वारा मछली पालन विभाग के दो सहायक मत्स्य अधिकारियों को सहायक संचालक के पद पर पदोन्नत करते हुए उनकी पदस्थापना के आदेश जारी किये गये हैं। इस आदेश में श्री सुरेश गंगेले सहायक मत्स्य अधिकारी दतिया को सहायक संचालक के पद पर पदोन्नत कर दतिया और श्री अशोक कुमार तिवारी सहायक मत्स्य अधिकारी टीकमगढ़ को सहायक संचालक के पद पर पदोन्नत कर विदिशा में पदस्थ किया गया है।

1857 स्वातंत्र्य समर फैलोशिप

1857 स्वातंत्र्य समर फैलोशिप
मध्यप्रदेश के 48 जिलों में एक साथ होगा शोध कार्य
20 मार्च 2008// 1857 मुक्ति संग्राम के 150 वर्ष अवसर पर स्वराज संस्थान संचालनालय द्वारा मध्यप्रदेश के सभी 48 जिलों में स्वतंत्रता संग्राम में योगदान के विविध पक्षों, घटनाओं, व्यक्तियों और प्रवृत्तियों पर शोध कार्य के लिये साठ-साठ हजार रुपये की जिला स्तरीय स्वाधीनता फैलोशिप प्रदान की गयी है।
देश का मध्यप्रदेश पहला राज्य है जहाँ एक साथ सभी जिलों में स्वतंत्रता संग्राम के योगदान पर केन्द्रित शोध कार्य के संदर्भ में यह अभिनव प्रयास किया गया है। संचालक स्वराज संस्थान संचालनालय, श्री श्रीराम तिवारी ने बताया कि विगत दिनों भोपाल से सचिव संस्कृति श्री मनोज श्रीवास्तव की अध्यक्षता में श्री शंभुदयाल गुरू, प्रो. हीरालाल शुक्ल, श्री महेश श्रीवास्तव, श्री भगवानदास श्रीवास्तव एवं श्री विनोद मिश्र की चयन समिति ने इस उद्देश्य से प्राप्त 200 आवेदनों में से 41 अध्येताओं का चयन किया है।
इन्दौर संभाग से डॉ. जगदीशचंद्र उपाध्याय, रेखा द्विवेदी, मंगला ठाकुर, पुष्पलता खरे, मोना बिल्लौरे और लालजी मीना, ग्वालियर संभाग से प्रीति मजूमदार, काजी एस. रहमान, रंजना चितले और रामस्वरूप ढेंगुला, चंबल संभाग से मनीषा शर्मा और रामभुवनसिंह कुशवाहा, उज्जैन संभाग से जीवनसिंह ठाकुर, मनोहरसिंह राणावत, कैलाशचंद्र पांडेय, विनय श्रीवास्तव, श्याम सुन्दर निगम और विकास दवे, भोपाल संभाग से आलोक गुप्ता, अम्बादत्त भारतीय, ममता चंसोरिया, अमिताभ पाण्डेय, महेन्द्र गिरि और श्याम सुन्दर सक्सेना होशंगाबाद संभाग से हंसा व्यास और धमेन्द्र पारे, सागर संभाग से ब्रजेश श्रीवास्तव, सुरेन्द्र चौरसिया, एन.के. जैन और एम. प्रसाद, जबलपुर संभाग से देवेन्द्र देवलिया, आर.एन. श्रीवास्तव, अंजनी कुमार झा, गिरिजाशंकर अग्रवाल, निलय श्रीवास्तव, बालकिशन मेहर और अभय बादल, एवं रीवा संभाग से विक्रमसिंह बघेल, अजय सिंह बघेल, गोविन्द प्रताप सिंह एवं वीणा सबलोक पाठक का जिलों में शोध कार्य के लिए चयन किया गया है।

शहीद भवन में गगन दमामा बाज्यौ का मंचन 23 मार्च को

शहीद भवन में गगन दमामा बाज्यौ का मंचन 23 मार्च को
20 मार्च 2008// स्वराज संस्थान संचालनालय, संस्कृति विभाग द्वारा क्रांतिकारी शहीद-ए-आज़म भगतसिंह के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर विभिन्न रचनात्मक आयोजन किये जा रहे हैं। इसी सिलसिले में अमर शहीद भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरू के शहादत दिवस पर भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन पर केन्द्रित नाटक 'गगन दमामा बाज्यौ' का मंचन 23 मार्च की शाम 7 बजे स्थानीय शहीद भवन, एम.एल.ए रेस्ट हाउस, भोपाल में किया जा रहा है।
पियुष मिश्रा द्वारा लिखित और मौरिस लाज़रस द्वारा संगीतबध्द त्रिकर्षि की इस नाटय प्रस्तुति का निर्देशन युवा रंगकर्मी निर्देशक के.जी. त्रिवेदी ने किया है। यह नाटय प्रस्तुति दर्शकों के लिए नि:शुल्क रहेगी।

आज वन मंत्री कुँवर विजय शाह वन सुरक्षा रैली रवाना करेंगे (विश्व वानिकी दिवस)

आज वन मंत्री कुँवर विजय शाह वन सुरक्षा रैली रवाना करेंगे (विश्व वानिकी दिवस)

20 मार्च 2008// वन मंत्री कुँवर विजय शाह शुक्रवार 21 मार्च को विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर भोपाल में आयोजित वन सुरक्षा रैली को फ्लेगिंग कर मुख्यमंत्री निवास के सामने से प्रात: 8.00 बजे रवाना करेंगे। इस अवसर पर राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री ए.व्ही. सिंह भी मौजूद रहेंगे। वन मंत्री कुँवर शाह ने कहा है कि वनों की सुरक्षा हमारी मौलिक एवं सामाजिक जिम्मेदारी है। उन्होंने सभी नागरिकों से वन सुरक्षा रैली में भाग लेकर इस आयोजन में अपना योगदान देने की अपील की है।
विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर भोपाल के वन वृत्त द्वारा वनों की सुरक्षा एवं पर्यावरण की सुरक्षा के लिए आमजन के पर्यावरण से जुड़ाव-जनजाग्रति के लिए एक वन सुरक्षा रैली का आयोजन किया जा रहा है। इस रैली में विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं के विद्यार्थी, एन.एस.एस. एवं एन.सी.सी के कैडेट्स एवं जनसाधारण भाग लेंगे।
विश्व वानिकी दिवस पर आयोजित वन सुरक्षा रैली आयोजन का रूट मुख्यमंत्री निवास, पॉलीटेक्निक चौराहा, रोशनपुरा चौराहा, न्यू मार्केट, लिंक रोड नम्बर- एक, इन्दिरा निकुंज रोपणी रहेगा।

बुधवार, 19 मार्च 2008

लोक निर्माण विभाग में तबादले

लोक निर्माण विभाग में तबादले
मुरैना 19 मार्च,08/राज्य शासन द्वारा लोक निर्माण विभाग में अधिकारी स्तर पर तबादले किये गये है। इसके अनुसार श्री गणेशप्रसाद खम्परिया कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग कटनी को कार्यपालन यंत्री मुख्य अभियंता मध्यपरिक्षेत्र जबलपुर, श्री बाल गंगाधर खरे उप यंत्री सिविल मुख्य अभियंता कार्यालय रीवा को सहायक यंत्री के पद पर पदोन्नति के पश्चात अनुविभागीय अधिकारी लोक निर्माण विभाग उपसंभाग देवसर जिला सीधी पदस्थ किया गया है।
इसी प्रकार से श्री एच.एल. शाह अनुविभागीय अधिकारी उप संभाग देवसर जिला सीधी को अनुविभागीय अधिकारी उप संभाग जिला रीवा तथा श्री एस.के. बेहरे कार्यपालन यंत्री सिविल कार्यालय मुख्य तकनीकी परीक्षिक भोपाल की सेवाएं वापिस लेते हुए कार्यपालन यंत्री कटनी संभाग कटनी पदस्थ किया गया है।

परिवहन पेयजल के लिये सागर जिले को 8.80 लाख रूपये का आवंटन

परिवहन पेयजल के लिये सागर जिले को 8.80 लाख रूपये का आवंटन
मुरैना 19 मार्च,08/राज्य शासन द्वारा सागर जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में उत्पन्न पेयजल की समस्या के निराकरण के लिये जिला कलेक्टर को चालू वित्तीय वर्ष के बजट से आठ लाख अस्सी हजार रूपये का आवंटन दिया गया है। राहत आयुक्त द्वारा कलेक्टर सागर को निर्देश दिये गये है कि इस आवंटित राशि का उपयोग पेयजल परिवहन हेतु उन्हीं समस्याग्रस्त ग्रामों में किया जाये, जहां पेयजल के अन्य समस्त स्त्रोत समाप्त हो गये हों। यह भी निर्देश दिये गये हैं कि इस कार्य में जनभागीदारी को भी प्रोत्साहित किया जाये और ग्राम पंचायतों के 2माध्यम से पेयजल परिवहन कराया जाये।

जबलपुर जिले को 6.45 लाख रूपये का आवंटन

जबलपुर जिले को 6.45 लाख रूपये का आवंटन
मुरैना 19 मार्च,08/राज्य शासन द्वारा चालू वित्तीय वर्ष के बजट से प्राकृतिक विपत्ति के कारण राहत मद के अन्तर्गत कलेक्टर जबलपुर को 6 लाख 45 हजार एक सौ 92 रूपये की राशि आवंटित की गयी है। यह राशि वर्ष 1997 में घटित भूकंप की आपदा में प्रभावितों के अस्थायी आवास की व्यवस्था के लिये लंबित देयकों के भुगतान के लिये आवंटित की गयी है।

होलिका दहन के लिए हरे भरे पेड़ों को न काटे - कलेक्टर श्री माथुर

होलिका दहन के लिए हरे भरे पेड़ों को न काटे - कलेक्टर श्री माथुर
मुरैना 19 मार्च,08/होली का त्यौहार 22 मार्च को सम्पन्न होगा जिसके लिए होलिका दहन 21 मार्च की रात्रि को होना है। कलेक्टर श्री आर.के.माथुर ने होलिका दहन के लिए शहरवासियों से अपील की हैं कि वे इस कार्य के लिए हरे भरे पेड़ों को न काटे। होलिका दहन के लिए शासन द्वारा भोपाल के 14 विभिन्न स्थानों पर शासकीय मूल्य 230#- रूपये प्रति क्विंटल पर जलाऊ लकड़ी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है।
श्री माथुर ने अपील में कहा है कि शहर को हरा भरा रखने के लिए इन पेड़ों का होना बहुत जरूरी है जिससे शहर की सुंदरता और पर्यावरण संतुलित रहता है। उन्होंने कहा कि पेड़ों को न काटकर जलाऊ लकड़ी खरीद कर होलिका दहन करें। जल संकट को दृष्टिगत रखते हुए उन्होंने कहा कि नागरिक प्रयास करें कि सूखे रंग गुलाल से अधिक होली खेलें और पानी का कम उपयोग करें और केमिकल मिले रंगो का उपयोग न करें। होली खेलते समय नागरिक पूरी सावधानी बरतें, शराब और अन्य प्रकार का कोई भी नशा करके वाहन न चलायें और सभी समुदाय के लोग आपसी सद्भाव व भाईचारे के माहौल में त्यौहार मनाएं।

प्रदेश के तीस जिले के 195 नगरीय निकायों को पेयजल परिवहन के लिये 5.72 करोड़ रुपये का आवंटन

प्रदेश के तीस जिले के 195 नगरीय निकायों को पेयजल परिवहन के लिये 5.72 करोड़ रुपये का आवंटन
मुरैना 19 मार्च,08/राज्य शासन द्वारा तीस जिलों के 195 नगरीय निकायों को पेयजल समस्याग्रस्त शहरी क्षेत्रों में पेयजल परिवहन के लिये चालू वित्तीय वर्ष के बजट से 5 करोड़ 72 लाख 5 हजार रुपये की राशि आवंटित की गयी है।
राहत आयुक्त द्वारा उक्त राशि संबंधित जिला कलेक्टर को आवंटित की गयी है। आज जारी किये गये आवंटन आदेश में ग्वालियर जिले के 5 नगरीय निकायों के लिये 24.45 लाख रुपये, मुरैना जिले के 8 नगरीय निकायों के लिये 4.90 लाख रुपये, श्योपुर जिले के 3 नगरीय निकायों के लिये 59 हजार रुपये, शिवपुरी जिले के 7 नगरीय निकायों के लिये 27.36 लाख रुपये, गुना जिले के 5 नगरीय निकायों के लिये 14.38 लाख रुपये, अशोक नगर जिले के चार नगरीय निकायों के लिये 4.12 लाख रुपये, दतिया जिले के चार नगरीय निकायों के लिये 3.10 लाख रुपये, धार जिले के आठ नगरीय निकायों के लिये 3.50 लाख रुपये, बड़वानी जिले की सेंधवा नगर पालिका के लिये 1.72 लाख रुपये, बुरहानपुर जिले के तीन नगरीय निकायों के लिये 44 हजार रुपये, नीमच जिले के आठ नगरीय निकायों के लिये 18.86 लाख रुपये, मंदसौर जिले के तीन नगरीय निकायों के लिये 86 हजार रुपये, सीहोर जिले के सात नगरीय निकायों के लिये 4 लाख रुपये, रायसेन जिले के नौ नगरीय निकायों के लिये 12.53 लाख रुपये, विदिशा जिले के 5 नगरीय निकायों के लिये 75 हजार रुपये, राजगढ़ जिले के 13 नगरीय निकायों के लिये 18.74 लाख रुपये, सागर जिले के 10नगरीय निकायों के लिये 6.50 लाख रुपये, दमोह जिले के पांच नगरीय निकायों के लिये 6.85 लाख रुपये, पन्ना जिले के 6 नगरीय निकायों के लिये 31.61 लाख रुपये, छतरपुर जिले के 15 नगरीय निकायों के लिये 51.49 लाख रुपये, टीकमगढ़ जिले के 13 नगरीय निकायों के लिये एक करोड़ 10 लाख 56 हजार रुपये, रीवा जिले के 12 नगरीय निकायों के लिये 13 लाख रुपये, सीधी जिले के चार नगरीय निकायों के लिये 21 हजार रुपये, सतना जिले के 11 नगरीय निकायों के लिये एक करोड़ 95 लाख 26 हजार रुपये, शहडोल जिले के पांच नगरीय निकायों के लिये 10.34 लाख रुपये, अनूपपुर जिले के पांच नगरीय निकायों के लिये पांच लाख रुपये, उमरिया जिले के चार नगरीय निकायों के लिये आठ हजार रुपये, कटनी जिले के चार नगरीय निकायों के लिये 35 हजार रुपये, बालाघाट जिले के पांच नगरीय निकायों के लिये 30 हजार रुपये और मण्डला जिले के तीन नगरीय निकायों के लिये 20 हजार रुपये की राशि आवंटित की गई है।

श्री के.पी. राही जेल विभाग में पदस्थ

श्री के.पी. राही जेल विभाग में पदस्थ
मुरैना 19 मार्च,08/राज्य शासन द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एवं उप सचिव श्री के.पी. राही को जेल विभाग में पदस्थ किया गया है। इस संबंध में आज आदेश जारी कर दिये गये हैं।

डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर स्मृति सम्मान पुरस्कार घोषित

डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर स्मृति सम्मान पुरस्कार घोषित
मुरैना 19 मार्च,08/राज्य शासन ने डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर स्मृति सम्मान पुरस्कार वर्ष 2006-07 के लिये दलित संघ, सोहागपुर, होशंगाबाद और श्री रामस्नेही, मुरैना का संयुक्त रुप से चयन किया है। इस पुरस्कार के लिये दोनों को उनकी सेवाओं के आधार पर वर्ष 2006-07 के डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर स्मृति सम्मान स्वरुप 50-50 हजार रुपये की पुरस्कार राशि संयुक्त रुप से दी जायेगी।
यह पुरस्कार राज्य शासन द्वारा डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर स्मृति सम्मान पुरस्कार नियम में निहित प्रावधान में गठित ज्यूरी द्वारा डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर के जीवन दर्शन के आधार पर समाज के शोषित वर्ग के सामाजिक उत्थान तथा बदलाव के क्षेत्र में किये गये कार्यों के लिये घोषित किया गया है।

ाांस रोपण खेत की मेड़ों एवं सामुदायिक भूमि पर भी किया जायेगा - वन मंत्री कुँवर विजय शाह

ाांस रोपण खेत की मेड़ों एवं सामुदायिक भूमि पर भी किया जायेगा - वन मंत्री कुँवर विजय शाह
वन विभाग की परामर्शदात्री समिति की बैठक संपन्न
मुरैना 19 मार्च,08/वन मंत्री कुँवर विजय शाह ने कहा कि आबादी के बांस की आवश्यकता की पूर्ति के लिए बांस का रोपण वृहद पैमाने पर खेत की मेड़ों एवं सामुदायिक भूमि पर भी किया जायेगा। वन मंत्री ने आज यहां विधानसभा स्थित समिति कक्ष में आयोजित वन विभाग की परामर्शदात्री समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। कुँवर शाह ने बांस की सर्वाधिक पूतिर् करने वाले बालाघाट एवं सिवनी जिलों में बांस पुष्पन के कारण आ रही कमी को दृष्टिगत रखते हुए विभागीय अधिकारियों को व्यापक तौर पर आगामी वर्ष में बांस रोपण किये जाने कि निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने प्रत्येक वन परिक्षेत्र में एक नर्सरी हो इसकी स्थापना के निर्देश भी दिए। इस अवसर पर वन राज्यमंत्री, श्री नारायणसिंह कुशवाह तथा विधायकद्वय एवं समिति के सदस्य सर्वश्री अशोकसिंह सरसवार एवं श्री जयसिंह मरावी ने भी विचार व्यक्त किए।
कुँवर विजय शाह ने बताया कि प्रत्येक वन परिक्षेत्र में एक नर्सरी की स्थापना अनिवार्यत: की जाये। यह नर्सरी समस्त सुविधाओं से युक्त हो तथा पानी की व्यवस्था पूरे वर्ष उपलब्ध हो। इन नर्सरियों में पाइप लाइन, ग्रीन हाऊस प्रभाव, जनरेटर सेट आदि उपलब्ध करवाये जावें।
बैठक में विधायक श्री सरस्वार ने मत रखा कि शमशानघाट दाह संस्कार स्थल के निर्माण के लिए भी वनभूमि हस्तांतरण के अधिकार वनमंडलाधिकारियों को दिये जायें। इस संबंध में बैठक में बताया गया कि भारत सरकार से इस बाबत अनुरोध किया गया है कि एक हेक्टर तक की वनभूमि के जन उपयोगी कार्यो के प्रकरणों में वन संरक्षण अधिनियम, 1980 के अंतर्गत राज्य शासन को जिन कार्यो के लिये अनुमति लेने हेतु अधिकृत किया गया है, उन में दाह संस्कार स्थल निर्माण कार्य को शामिल किया जाये जाने हेतु कार्यवाही की जा रही है। बैठक में विधायक श्री जयसिंह मरावी ने शहडोल के ग्रामों में सौर उर्जा संपन्न ग्राम बनाये जाने हेतु कार्यवाही बाबत कहा।
प्रमुख सचिव, वन श्री प्रशांत मेहता ने विभागीय गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बैठक में बताया कि समस्त जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि वे नर्सरी की स्थापना हेतु एन.आर.ई.ज़ी मद से राशि उपलब्ध करवायें।
बैठक के प्रारम्भ में प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री व्ही.आर. ख़रे ने विभाग द्वारा की जा रही वन विकास योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराई।
इस अवसर पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) डॉ. पी.बी. ग़ंगोपाध्याय, प्रबंध संचालक, म.प्र राज्य लघु वनोपज संघ श्री आर.क़े. दुबे, प्रबंध संचालक, मप्र राज्य वन विकास निगम श्री आर.एस. नेगी और सचिव, वन श्री रतन पुरवार सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

मूंगफली विक्रेता को मंजूर हुए 15 मिनिट में एक लाख रूपए

मूंगफली विक्रेता को मंजूर हुए 15 मिनिट में एक लाख रूपए
अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम कर्मचारियों को पांचवां वेतनमान, मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा त्वरित निर्णय
मुरैना 19 मार्च,08/मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने आज लाल परेड ग्राउण्ड में अनुसचित जाति वर्ग के हितग्राहियों के लिए आयोजित राज्य स्तरीय ऋण वितरण समारोह के अवसर पर मूंगफली विक्रेता श्री नंदराम अहिरवार को पंद्रह मिनिट में एक लाख रूपए की ऋण राशि का चेक प्रदान कर दिया।
अनुसूचित जाति हितग्राहियों को वाहनों का आधिपत्य सौंपने के बाद मुख्यमंत्री श्री चौहान संबोधन एवं ऋण वितरण के लिए मंच पर पहुंचे तो उनका ध्यान कार्यक्रम स्थल पर मूंगफली बेच रहे श्री नंदराम की ओर गया। नंदराम गत कई दशक से यह कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान के संकेत पर कंधे पर मूंगफली का झोला टांगे श्री नंदराम को मंच पर बुलाया गया। श्री चौहान ने मूंगफली विक्रेता से उसकी जीविका के बारे में चर्चा करते हुए उसकी अपेक्षा जानी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश राज्य सहकारी अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम की ओर से श्री नंदराम को किराने की दुकान प्रारंभ करने के लिए एक लाख रूपए की राशि मंजूर की। मुख्यमंत्री श्री चौहान के निर्देश पर निगम अधिकारियों द्वारा पंद्रह मिनिट में सहायता का चेक तैयार कर लिया गया जिसे मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्री नंदराम अहिरवार को सौंप दिया। अचानक मिली इस प्रसन्नता को नंदराम भी छुपा न सका। उसने मुख्यमंत्री श्री चौहान के आग्रह पर उन्हें मूंगफली भी खिलाई।
मुख्यमंत्री श्री चौहान को ऋण वितरण कार्यक्रम के दौरान ही मध्यप्रदेश राज्य सहकारी अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के कर्मचारियों को पांचवां वेतनमान स्वीकृत करने की 12 वर्ष पुरानी मांग की जानकारी प्राप्त हुई। मुख्यमंत्री ने तत्काल इसे भी मंजूर कर लिया। निगम कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री की सहृदयता एवं त्वरित निर्णय के लिए मंच पर आकर उनका आभार व्यक्त किया।

मंगलवार, 18 मार्च 2008

अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मध्यप्रदेश में घड़ियाल संरक्षण प्रयासों की सराहना

अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मध्यप्रदेश में घड़ियाल संरक्षण प्रयासों की सराहना
राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण्य में घड़ियालों की मृत्यु दर में कमी
मुरैना 18 मार्च 08/अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वन्य जीव संरक्षण प्रयासों में सक्रिय वर्ल्ड कन्जर्वेशन यूनियन (आई.यू.सी.ए.) द्वारा प्रधानमंत्री को प्रेषित पत्र में मध्यप्रदेश में घड़ियाल मृत्यु आपदा प्रबंधन के लिए किये गये प्रयासों की सराहना करते हुए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया गया है। राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण्य में घड़ियालों की मृत्यु दर में कमी आयी है। माह मार्च 2008 में अभी तक राष्ट्रीय चम्बल अभ्यारण्य में किसी भी घडियाल की मृत्यु की सूचना प्राप्त नहीं हुई है।
वर्ल्ड कन्जर्वेशन यूनियन के घड़ियाल विशेषज्ञ समूह के अध्यक्ष डा. ग्राहम वेब ने प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह को केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय का प्रभार होने के कारण प्रेषित पत्र में मध्यप्रदेश के घड़ियाल आपदा प्रबंधन की सराहना करते हुए कहा है कि राज्य सरकार की पहल के कारण ही अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर घड़ियालों की मृत्यु की रोकथाम के लिये आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराया जा सका है। वर्ल्ड कन्जर्वेशन यूनियन ने चार अंतर्राष्ट्रीय क्रोकोडाइल वेटनरी विशेषज्ञ डा. एफ. डब्ल्यू. (फिट्स) हचजरमेयर, ऑनडरस्टेपूर्ट, साऊथ अफ्रीका, डा. पाओलो मार्टेली, ओसियन पार्क, हांगकांग, डा. सैमुअल मार्टिन, लॉ फ्रेमे ऑक्स क्रोकोडाईल, फ्रान्स तथा डा. ब्रॉयन स्टेसी, यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा, यू.एस.ए. का एक दल गठित कर, राष्ट्रीय चम्बल अभ्यारण्य भेजा गया। इस दल ने 28 जनवरी 2008 से 12 फरवरी 2008 तक विस्तृत अध्ययन किया था। दल द्वारा राज्य स्तर पर किये गये प्रयासों को उपयुक्त माना गया है। श्री वेब ने अपने पत्र में स्पष्ट लेख किया है कि भारत में घडियाल संरक्षण के लिये अपनायी गयी रणनीति के कारण ही इस आपदा का हल निकलने की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।
उल्लेखनीय है कि दिसम्बर 2007 के प्रारम्भ में राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण्य के अंतिम छोर पर 35 किलोमीटर क्षेत्रों में घड़ियालों की मृत्यु की घटनाएं प्रारम्भ हुई थी। यह क्षेत्र मध्यप्रदेश तथा उत्तर प्रदेश राज्य के द्वारा प्रबंधित है। गत 8 दिसम्बर को सर्वप्रथम उत्तर प्रदेश में आने वाले अभ्यारण्य क्षेत्र में घड़ियालों की मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई एवं 9 दिसम्बर, 2007 को मध्यप्रदेश में भी घड़ियालों की मृत्यु होने लगी। राज्य शासन ने त्वरित कार्यवाही करते हुए देश एवं विदेश के विशेषज्ञों से सम्पर्क किया। मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक, मध्यप्रदेश डा. पी.बी. गंगोपाध्याय द्वारा 15 दिसम्बर 2007 को अभ्यारण्य क्षेत्र के भ्रमण के दौरान आवश्यक जानकारियां एकत्रित कर इन्टरनेट के माध्यम से विश्व के सभी घड़ियाल विशेषज्ञों के लिए एक अपील जारी की गई थी।
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा वन महानिदेशक, भारत सरकार से अनुरोध किया गया कि घड़ियाल की लगातार मृत्यु होने से इस अत्यंत दुर्लभ वन्य जीव के विलुप्त होने का खतरा है। अत: राष्ट्रीय स्तर पर हस्तक्षेप किया जाना आवश्यक है ताकि देश के सभी विशेषज्ञों एवं संस्थाओं की सहायता उपलब्ध हो सके। पर्यावरण एवं वन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 7 जनवरी 2008 को राष्ट्रीय स्तर पर एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक, मध्यप्रदेश, राजस्थान तथा उत्तरप्रदेश तथा देश के घड़ियाल विशेषज्ञों के अतिरिक्त वन्यप्राणी संरक्षण से जुड़ी अशासकीय संस्था- विश्व प्रकृति निधि- भारत को भी आमंत्रित किया गया था। इस बैठक में महासचिव, विश्व प्रकृति निधि- भारत के नेतृत्व में घडियाल आपदा प्रबंधन दल का गठन किया गया।
घडियाल आपदा प्रबंधन के लिए गठित विशेषज्ञ दल के अनुसार घड़ियालों की मृत्यु किडनी खराब होने के फलस्वरूप विसेरल गाऊट के कारण हुई है। किडनी खराब होने का मुख्य कारण कोई जहरीला पदार्थ है, जिसके आस-पास के औद्योगिक प्रतिष्ठानों के कारण यमुना नदी में छोड़े जाने की संभावना व्यक्त की गई है। यह विषैला पदार्थ मछलियों के माध्यम से (जो घड़ियालों का मुख्य आहार है) घड़ियालों के शरीर में पहुंचा। इस बीच राष्ट्रीय चम्बल अभ्यारण्य में घड़ियालों की मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी आयी है। माह मार्च 2008 के दौरान किसी भी घड़ियाल के मृत्यु की सूचना प्राप्त नहीं हुई है।

तेन्दुआ शिकार के आरोपियों को कारावास

तेन्दुआ शिकार के आरोपियों को कारावास
मुरैना 18 मार्च 08/तेन्दुआ शिकार में लिप्त पांच आरोपियों को न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी, बागली जिला देवास द्वारा एक-एक वर्ष के कारावास के साथ ही पांच-पांच हजार रूपये का अर्थदण्ड दिया गया है।
वन परिक्षेत्र अधिकारी उदयनगर, जिला देवास द्वारा 11 मई, 1997 को तेन्दुआ के शिकार घटना से जुड़े पांच आरोपियों को खण्डवा तथा खरगोन क्षेत्र से गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रकरण प्रस्तुत किया गया था। वन कर्मियों द्वारा शिकार में उपयोग में लायी गई भरमार बंदूक, फंदा, चाकू तथा खाल आदि की जप्ती भी की गई। वन विभाग द्वारा न्यायालय में प्रभावी साक्ष्य प्रस्तुत कर आरोपियों को सजा दिलाने का प्रयास किया गया।
न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी, बागली जिला देवास द्वारा साक्ष्यों के आधार पर वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत आरोपियों को दण्डनीय अपराध का दोषी पाते हुए, जगन, इमरत, अमरसिंह, सुखराम तथा मनोहर को एक-एक वर्ष के सश्रम कारावास और पांच-पांच हजार रूपये अर्थदण्ड से दंडित किया है।

भोपाल में होली पर्व पर जलाऊ लकड़ी उपलब्ध कराने की व्यवस्था

भोपाल में होली पर्व पर जलाऊ लकड़ी उपलब्ध कराने की व्यवस्था
मुरैना 18 मार्च 08/होली पर्व पर भोपाल के शहरवासियों को सुगमता से लकड़ी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 14 जलाऊ लकड़ी विक्रय केन्द्र स्थापित किये जा रहे हैं। ये अस्थाई विक्रय केन्द्र शाहजहांनाबाद, जी.ए.डी. क्रासिंग, बैरागढ़, छोलारोड़, बिट्ठन मार्केट, कोलार डिपो, सर्वधर्म कालोनी कोलार रोड, मंगलवारा, करोंद चौराहा, जहॉगीराबाद, गोविंदपुरा, आनंद नगर, अहमदपुर तथा मयूर विहार में खोले जा रहे हैं। इन डिपों पर जलाऊ लकड़ी की बिक्री दर समस्त कर सहित 230 रूपये क्विंटल निर्धारित है।

अमेरिका और जापानवासी भी लेते हैं पन्ना के आंवला मुरब्बा का स्वाद

अमेरिका और जापानवासी भी लेते हैं पन्ना के आंवला मुरब्बा का स्वाद
मुरैना 18 मार्च 08/पन्ना जिले के सकरिया गांव के आंवला मुरब्बे के स्वाद और मिठास की चर्चा सात समंदर पार तक पहुंच गई है। महिला कारीगरों के कुशल हाथों से निकला यह आंवला मुरब्बा पर्यटकों के जरिए सकरिया गांव से अमेरिका और जापान तक का सफर तय कर है।
पन्ना जिले का सकरिया गांव झांसी-रीवा राष्ट्रीय राजमार्ग पर बसा है। यहां पहुंचते ही नजर आते हैं लद्यु वनोपज प्रसंस्करण एवं उपचार केन्द्र के 42 हैक्टेयर में फैले आंवला के पेड़, जिनसे सालाना पैदा होता है उन्नत नस्ल का 60 क्ंविटल आंवला। गरीब परिवारों का जीवन संवारने के लिए राज्य सरकार की पहल पर उत्तर वन मंडल ने इन आंवलों के विभिन्न उत्पाद तैयार करने का काम शुरू किया था। इस आंवला केन्द्र में सकरिया समेत हीरापुर एवं चौपड़ा गांव के गरीब परिवारों के 25 पुरूषों और 50 महिलाओं को काम पर लगाया गया। इनमें अधिकांश आदिवासी वर्ग के लोग शामिल हैं। आज इन लोगों ने अपनी मेहनत और आत्मविश्वास से आत्मनिर्भरता की एक ऐसी कहानी लिखी है, जिसने सकरिया को एक नई शक्ल और एक अलग पहचान दी है।
इन तीनों गांवों की गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले करीब चार दर्जन परिवारों की महिलाएं आंवला उत्पादों को स्वादिष्ट रूप देने में माहिर हो गई हैं। आंवलों पर इनकी श्रम साधना की ख्याति आज देश की सीमाएं लांघकर विदेशों में धाक जमाने की राह पर हैं। सकरिया गांव इन महिलाओं की बदौलत आंवला उत्पादों के उत्पादन का बड़ा केन्द्र बनने लगा है। आंवला केन्द्र के मिठास और स्वाद से भरे आवंला उत्पाद पर्यटकों को लुभाने में सफल हो रहे हैं और विदेशी पर्यटन अपने साथ आंवला मुरब्बा ले जाना नहीं भूलते हैं।
इस केन्द्र में तैयार किये जा रहे उत्पादों में आंवलों का मुरब्बा, अचार, लड्डू, बरफी, सुपारी एवं आंवला रस प्रमुख हैं। यहां तक कि त्रिफला भी तैयार किया जा रहा है। उत्पाद निर्माण की इस पूरी प्रक्रिया में ज्यादातर हाथों के काम शामिल हैं और इसमें महिलाएं प्राकृतिक रूप से गोदने, सुखाने, बनाने व संरक्षण इत्यादि में परंपरागत तरीके अपनाती हैं। इन सभी उत्पादों की पूरी जांच की जाती है। उनकी गुणवत्ता मानकों का पूरा ध्यान रखा जाता है और कीमत भी वाजिब रखी जाती है। यही वजह है कि इन उत्पादों के प्रति उपभोक्ताओं की रूचि बढ़ी है। केन्द्र निमिर्त उत्पादों का दिल्ली, मुम्बई, इन्दौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन आदि देश के अधिकांश भागों में अच्छी खासी मांग है। निर्माण कार्य से जुडे हर श्रमिक को न केवल श्रम के लिए मेहनताना मिलता है, बल्कि लांभाश भी दिया जता है।
आज यह केन्द्र ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजित कर आजीविका कमाने का आदर्श बन गया है। केन्द्र के अस्तित्व में आने के बाद सकरिया, हीरापुर, चौपड़ा ग्राम के 75 लोगों की साल भर की कमाई का पक्का इंतजाम हो गया है। ये वे ही लोग हैं जिनके हाथों पहले पेट पालने के लिए पेड़ों को काटने के लिए कुल्हाड़ी रहती थी। उन्हें एक नई भूमिका मिली है, जिसने उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाया है। कभी फांकाकशी करने वाले इन गरीब परिवारों के घरों के हालात बदल गए हैं। अच्छी आमदनी होने से कई मजदूर परिवारों ने मकान बना लिए हैं और जमीन खरीद ली है। उनके रहन-सहन का स्तर बदल गया है। उत्तर वन मंडल के वनमंडलाधिकारी श्री निजाम कुरैशी बताते हैं कि आंवला उत्पाद निर्माण कार्य गांव में गरीब परिवारों के लिए रोजगार के अवसर के रूप में बेहद फायदेमंद साबित हो रहा है। केन्द्र के प्रभारी श्री रमेश कुमार मिश्रा डिप्टी रेंजर का कहना है कि इस केन्द्र के शुरू होने के बाद से लोगों को रोजगार मिलने से इन क्षेत्रों में वनों की कटाई में भारी कमी आई है। केन्द्र के बगैर रेशे वाले उन्नत प्रजाति के आंवलों से प्रेरित होकर 24 किसानों ने मुनाफा कमाने की चाह में 30 हैक्टेयर रकवे में आंवला समेत हर्रा व बहेड़ा के पेड़ लगा लिए हैं।

जिला चिकित्सालय शहडोल का नाम परिवर्तन

जिला चिकित्सालय शहडोल का नाम परिवर्तन
मुरैना 18 मार्च 08/राज्य शासन के आदेशानुसार जिला चिकित्सालय शहडोल का नामकरण श्री कुशाभाऊ ठाकरे जिला चिकित्सालय शहडोल घोषित किया गया है।
सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक जिला चिकित्सालय शहडोल को आदेशित किया गया है कि भविष्य में पत्राचार करते समय श्री कुशाभाऊ ठाकरे जिला चिकित्सालय शहडोल लिखा जावे। साथ ही जिला चिकित्सालय शहडोल के स्थान पर श्री कुशाभाऊ ठाकरे जिला चिकित्सालय शहडोल के नाम का बोर्ड लगवाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये है।

बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व पार्क होली पर बंद रहेगा

बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व पार्क होली पर बंद रहेगा
मुरैना 18 मार्च 08/उप संचालक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व ने सर्व साधारण#पर्यटकों को सूचित किया है कि 22 मार्च 2008 दिन शनिवार को होली के दिन बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पर्यटको के लिए पार्क बन्द रहेगा।

राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में मैकेनिकल इंजीनियरिंग पर तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी आरंभ

राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में मैकेनिकल इंजीनियरिंग पर तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी आरंभ
आधुनिक तकनीकी ज्ञान का उपयोग, दुनिया से अशिक्षा, गरीबी और भूख मिटाने में हो- श्री लक्ष्मीकान्त शर्मा
मुरैना 18 मार्च 08/जनसम्पर्क, संस्कृति तथा खनिज साधन मंत्री श्री लक्ष्मीकान्त शर्मा ने कहा है कि आधुनिक तकनीकी ज्ञान का व्यापक उपयोग दुनिया से अशिक्षा, गरीबी और भूख मिटाने में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभियांत्रिकी जीवन की समस्याओं को सरल बनाने में मदद करती है। मानव जीवन को बेहतर बनाने में आभियांत्रिकी की महत्वपूर्ण भूमिका है। मौजूदा समय में ज्ञान के अथाह भंडार से हम आर्थिक विकास के नए-नए आयामों को हासिल कर सकते हैं। श्री शर्मा आज यहां राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल में मैकेनिकल इंजिनियरिंग पर आयोजित तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी और 15वीं अन्तर्राष्ट्रीय आई.एस.एम.ई कांफ्रेंस का शुभारंभ कर रहे थे।
'मैकेनिकल इंजीनियरिंग के नए क्षितिज' शीषर्क से आयोजित इस अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में अतिथि विद्वान फ्रांस के प्रो. डिजमेडो कोन्डो, पूर्व निदेशक आई.आई.टी. खड़गपुर पद्श्री प्रो. के.एल. चौपड़ा, पूर्व निदेशक आई.आई.टी. मद्रास तथा पूर्व अध्यक्ष अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद प्रो. आर. नटराजन डा. जे.एस. राव निदेशक अनुसंधान AITATR तथा पूर्व कुलपति बैगंलौर विश्वविद्यालय श्री एन.आर. शैट्टी खास तौर से मौजूद थे। इस अवसर पर मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि म.प्र तकनीकी क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। प्राकृतिक संपदा के धनी इस प्रदेश में हीरे के नए भंडार मिले है वहीं प्लेटिनम, निकल, सोना, चांदी के नए भंडारों का पता लगा है। इस दौरान उन्होंने संगोष्ठी में भाग ले रहे विद्वतजनों का आव्हान किया कि सभी मिलजुलकर देश प्रदेश के सर्वागीणं विकास के लिये नई तकनीकों का विकास करे ताकि हमारा देश समृध्द और खुशहाल बन कर विश्व में अग्रणी हो सके।
इससे पहले राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी.बी. शर्मा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए इस अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के आयोजन की विशेषताओं और महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि ज्ञान के विस्तार से ही समृध्दि को हासिल किया जा सकता है। संगोष्ठी में आमंत्रित अतिथि विद्वानों ने भी विषयवस्तु पर विस्तार से चर्चा की। मैकेनिकल इंजीनयिरिंग की नई संभावनाओं और अविष्कारों के बारे में विचारों का आदान-प्रदान हुआ। इस तीन दिवसीय संगोष्ठी में कुल 21 तकनीकी सत्रों में 110 से अधिक शोधपत्र प्रस्तुत किये जायेंगे।
कार्यक्रम में मुख्यअतिथि श्री लक्ष्मीकान्त शर्मा ने इस तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी पर केन्द्रित स्मारिका तथा संगोष्ठी में प्रस्तुत शोधपत्रों के संग्रह का विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने सभी अतिथि विद्वानों को शाल, श्रीफल तथा अभिनंदन पत्र भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन सुश्री नौइन खलिक ने किया। अंत में संगोष्ठी के समन्वयक प्रो. वी.के. सेठी ने सभी का आभार माना। संगोष्ठी में राजीवगांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से सम्बध्द महाविद्यालयों से आए शिक्षक, शोधार्थी तथा विद्यार्थी बड़ी तादाद में मौजूद थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा पूर्व विधायक श्री सीताराम साधो के निधन पर शोक व्यक्त

मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा पूर्व विधायक श्री सीताराम साधो के निधन पर शोक व्यक्त
मुरैना 18 मार्च 08/मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने पूर्व विधायक श्री सीताराम साधो के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। श्री चौहान ने अपने शोक संदेश में कहा कि श्री साधो समर्पित जनसेवी और कर्मठ जन प्रतिनिधि थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति देने और शोक संतप्त परिजनों को इस दुख को वहन करने की शक्ति देने की कामना की है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान को लाभांश चेक सौंपा गया

मुख्यमंत्री श्री चौहान को लाभांश चेक सौंपा गया
मुरैना 18 मार्च 08/मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान को आज उनके निवास पर मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन द्वारा 11 करोड़ 89 लाख रूपए के लाभांश का चेक सौंपा गया। कार्पोरेशन के अध्यक्ष श्री जसवंत सिंह हाड़ा ने यह चेक भेंट किया। इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री राघवजी, कार्पोरेशन के उपाध्यक्ष श्री देवेन्द्र वर्मा, प्रमुख सचिव खाद्य और नागरिक आपूर्ति श्री एम.के. राय, मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन के प्रबंध संचालक श्री आशीष श्रीवास्तव एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान को जानकारी दी गई कि कार्पोरेशन द्वारा वर्ष 2006-07 में 56 करोड़ 20 लाख रूपए का शुध्द लाभ अर्जित किया गया है। कार्पोरेशन की ओर से आदिवासी क्षेत्रों में आयोडाइज्ड नमक एवं चुने हुए विकास खंडों में जन केरोसिन योजना में केरोसिन प्रदाय किया जा रहा है। कार्पोरेशन इन दिनों प्रदेश में गेहूं उपार्जन कार्य में सक्रिय है।

नगर पालिका परिषद आमला के अध्यक्ष को अपने पद से वापस बुलाने संबंधी मतदाता सूची संबंधी कार्यवाही स्थगित

नगर पालिका परिषद आमला के अध्यक्ष को अपने पद से वापस बुलाने संबंधी मतदाता सूची संबंधी कार्यवाही स्थगित
मुरैना 18 मार्च 08/बैतूल जिले की नगर पालिका परिषद आमला के अध्यक्ष को अपने पद से वापस बुलाने के संबंध में मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है। इसके अनुसार म.प्र. राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूची कार्यक्रम के द्वितीय चरण की 17 मार्च 08 तथा इसके बाद की समस्त कार्यवाहियाँ स्थगित की गई है। यह कार्यवाही बैतूल लोकसभा उप चुनाव की घोषणा होने के कारण की गई है।

भूतपूर्व सैनिकों की प्रतिष्ठा और जरूरतों का ख्याल रखा जाए - डा.जाखड़

भूतपूर्व सैनिकों की प्रतिष्ठा और जरूरतों का ख्याल रखा जाए - डा.जाखड़
सैनिक कल्याण के लिए ज्यादा धनराशि इकट्ठा करने वाले कलेक्टर पुरस्कृत
मुरैना 18 मार्च 08/राज्यपाल डा. बलराम जाखड़ की अध्यक्षता में आज यहां राजभवन में सैनिक कल्याण के लिए समामेलित (AMALGAMATED SPECIAL FUND) विशेष निधि की राज्य प्रबंध समिति की नवीं बैठक आयोजित की गई। बैठक में डा. जाखड़ ने निर्देश दिये कि सेवानिवृत्त सैनिकों की प्रतिष्ठा और जरूरतों का ख्याल रखा जाए। उनके बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए। प्रबंध समिति के सदस्य भूतपूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए संचालित कल्याण कार्यक्रमों की नियमित समीक्षा करें। यह भी देखें कि धनराशि का सदुपयोग सुनिश्चित हो। बैठक में सैनिक कल्याण के लिए लक्ष्य से अधिक धनराशि एकत्रित करने पर होशंगाबाद कमिश्नर डा. पुखराज मारू को राज्यपाल द्वारा ट्राफी प्रदान की गई और 12 जिलों के कलेक्टरों को प्रशंसनीय शील्ड प्रदान की गई। डा. जाखड़ ने इन पुरस्कृत अधिकारियों को राज्यपाल की ओर से प्रशंसा-पत्र देने के निर्देश दिये।
प्रशंसनीय शील्ड प्राप्त करने वालों में कलेक्टर नीमच श्री एस.एस.बंसल, कलेक्टर मण्डला श्री सुभाष जैन, कलेक्टर छिन्दवाड़ा श्री अरूण कुमार पाण्डे, कलेक्टर हरदा श्री भरत कुमार व्यास, कलेक्टर मंदसौर श्रीमती एम गीता, कलेक्टर सिवनी श्री पी नरहरि, कलेक्टर झाबुआ श्री राजकुमार पाठक, कलेक्टर धार श्री उमांकात उमराव, कलेक्टर बैतूल श्री अरूण कुमार भटट, कलेक्टर रतलाम श्री महेन्द्र ज्ञानी, कलेक्टर उमरिया श्रीमती मधु खरे, और मध्यप्रदेश भूतपूर्व सैनिक कल्याण समिति, भोपाल शामिल हैं।
राज्य प्रबंध समिति की इस बैठक में सर्वसम्मति से अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। इन निर्णयों के अनुसार अब भूतपूर्व सैनिक की मृत्यु होने पर उसकी विधवा या संबंधित को अनुदान राशि स्वीकृत और भुगतान करने के अधिकार जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को होंगे। भूतपूर्व सैनिकों की मृत्यु पर देय अनुदान राशि तीन हजार से बढ़ाकर छह हजार रूपये कर दी गई। पुत्री के विवाह के लिए अनुदान राशि में लगभग 50प्रतिशत की वृध्दि की गई है। पुत्रियों की छात्रवृत्ति राशि 25 प्रतिशत बढ़ाई गई है। स्वर्गीय लांस नायक शेख महबूब अली की विधवा श्रीमती आमना खातून को दी गई आर्थिक सहायता राशि की वसूली माफ कर दी गई है। बैठक में बताया गया कि रीवा, होशंगाबाद, उज्जैन, सतना और शिवपुरी जिला मुख्यालयों पर सैनिक विश्राम गृहों का निर्माण कराया जा रहा है। प्रदेश और जिला स्तरों पर भूतपूर्व सैनिकों की रैली आयोजित की जा रही है।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में भूतपूर्व सैनिक कल्याण कार्पोरेशन की स्थापना के लिए समिति का गठन किया गया है। यह समिति अन्य राज्यों का अध्ययन दौरा करने के बाद अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी और उस रिपोर्ट के आधार पर भूतपूर्व सैनिक कल्याण कार्पोरेशन के गठन की कार्यवाही की जाएगी। बैठक में भूतपूर्व सैनिकों के पुनर्वास और आवश्यक कार्यों के लिए 98लाख 57हजार 600 रूपये का बजट पारित किया गया। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह श्री विनोद चौधरी, राज्यपाल के सचिव श्री के.के. सिंह और प्रबंध समिति के सदस्य उपस्थित थे।

बिजली चोरी महँगी पड़ी

बिजली चोरी महँगी पड़ी
कोल्ड स्टोरेज पर सजा के पहले ही जुर्माना
मुरैना 18 मार्च 08/जबलपुर के एक कोल्ड स्टोरेज हाउस को 23 लाख रूपए की बिजली चोरी का हिसाब तो अभी चुकता करना ही है, अदालत ने उसे प्रति परीक्षण (क्रॉस एग्जामिनेशन) से आनाकानी करने पर लगातार दूसरी बार एक खास दण्ड दिया है। इस सजा के तहत उसे विद्युत मंडल से साक्ष्य के लिए अदालत में हाजिर हुए तीन अधिकारियों के एक दिन के वेतन की राशि के बराबर जुर्माना अदालत में फिलहाल जमा करवाने का हुक्म दिया गया।
बिजली चोरी के मामलों में कार्रवाई के लिए गठित जबलपुर की विशेष अदालत ने पिछले हफ्ते दूसरी बार यह सजा इसी कोल्ड स्टोरेज को सुनाई। यह मामला जबलपुर बॉयपास रोड के एस. कोल्ड स्टोरेज नामक संस्थान का है। वर्ष 2004 में विद्युत मण्डल के एक उड़न दस्ते ने छापा डाल कर संस्थान के विरूध्द बिजली चोरी का प्रकरण दर्ज किया था। कोई 23 लाख रूपए की बिजली चोरी के इस मामले में संस्थान के विरूध्द पुलिस में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी।
विशेष अदालत की न्यायाधीश श्रीमती शशिकिरण दुबे ने पिछले हफ्ते इस मामले की जब सुनवाई शुरू की तो कोल्ड स्टोरेज के प्रतिनिधि क्रॉस एग्जामिनेशन से दूसरी बार मुकर गए। अदालत ने इसे गंभीरता से लेते हुए अगली सुनवाई की तारीख 29 अप्रैल 2008 को आरोपी को फिलहाल विद्युत मंडल के तीन अधिकारियों जो गवाही के लिए हाजिर हुए थे, उनके एक-एक दिन के वेतन के बराबर की राशि अदालत में जमा करने का आदेश दिया। इसके पहले सुनवाई की पिछली तारीख 13 फरवरी 2008 को भी आरोपी ने यही हिमाकत की थी और उस वक्त भी जुर्माने की ऐसी ही सजा सुनाई गई थी। आरोपी ने जुर्माने की 3828 रूपए की वह राशि तो इस सुनवाई की तारीख को अदालत में जमा की लेकिन क्रॉस एग्जामिनेशन से फिर किनारा कर लिया।
इस तरह कोल्ड स्टोरेज को बिजली चोरी की वास्तविक सजा के पहले ही दो बार अतिरिक्त जुर्माना भी भुगतना है।

सोमवार, 17 मार्च 2008

फ्लाय ओव्हर की मंजूरी पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त

फ्लाय ओव्हर की मंजूरी पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त
मुरैना 17 मार्च 08/मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान से विधायक श्रीमती अल्का जैन के नेतृत्व में कटनी के जनप्रतिनिधि ने भेंट की। कटनी में खिरहनी फाटक फ्लाय ओव्हर के निर्माण के लिए राशि मंजूर करने पर प्रतिनिधि मंडल द्वारा मुख्यमंत्री श्री चौहान का आभार व्यक्त किया गया। यह फ्लाय ओव्हर ब्रिजs बनाने पर 27 करोड़ रूपए व्यय होंगे। कटनी की संस्था हरे माधव परमार्थ समिति के लिए भूमि आरक्षित किए जाने के लिए भी मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया गया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान से भेंट करने वाले प्रतिनिधि मंडल में श्री घनश्याम चावला, श्री कैलाश जैन, श्री रामचंद्र तिवारी, श्री पीतांबर, श्री सुभाष पटेल, श्री चमनलाल आनंद, श्री जेठानंद एवं श्री कामेंद्र सिंह ठाकुर शामिल थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा अनिकेत के उपचार के निर्देश

मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा अनिकेत के उपचार के निर्देश
मुरैना 17 मार्च 08/मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने जबलपुर निवासी दस वर्षीय बालक अनिकेत के उचित उपचार के निर्देश दिए हैं। हाई टेंशन विद्युत लाईन की चपेट में आने से बालक अनिकेत को उपचार के लिए दिल्ली ले जाया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कलेक्टर जबलपुर को अनिकेत के परिजनों से तत्काल संपर्क कर आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने को कहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने एक अन्य प्रकरण में रायसेन जिले के ग्राम सगोनिया के विमलेश भार्गव की आर्थिक सहायता के निर्देश भी दिए हैं। विमलेश भी विद्युत करंट के कारण अस्पताल में भर्ती है।
खरगौन जिले की महेश्वर नगर पंचायत में कार्यरत भृत्य श्री ईश्वरलाल शिवदे को किडनी खराब होने पर आवश्यक इलाज के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष से सहायता राशि स्वीकृत की गई है।

बरगी परियोजना में 799 करोड़ की लागत से 12 किलोमीटर लंबी टनल बनेगी

बरगी परियोजना में 799 करोड़ की लागत से 12 किलोमीटर लंबी टनल बनेगी
मुख्यमंत्री श्री चौहान की अध्यक्षता में नर्मदा नियंत्रण मंडल की बैठक
मुरैना 17 मार्च 08/बरगी व्यपवर्तन परियोजना के तहत नर्मदा नदी का जल सोन नदी कछार में ले जाने के लिए 10 मीटर व्यास की 12 किलोमीटर लंबी टनल का निर्माण 799 करोड़ रूपए की लागत से किया जाएगा।
यह निर्णय आज यहां मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की अध्यक्षता में विधानसभा सभा कक्ष में हुई बैठक में लिया गया। बैठक में उद्योग मंत्री जयंत मलैया, जल संसाधन मंत्री श्री अनूप मिश्रा, नर्मदा घाटी विकास मंत्री श्री नागेंद्र सिंह, आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री विजय शाह, राजस्व मंत्री श्री कमल पटेल, मुख्य सचिव श्री राकेश साहनी, नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप भार्गव तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
इस टनल का निर्माण स्लीमनाबाद केरियर नहर में 104 किलोमीटर से 129 किलोमीटर के मध्य किया जाएगा। टनल के निर्माण के बाद आगे जाकर परियोजना की दांयी तट नहर अंतत: सतना शाखा नहर तथा रीवा नहर में परिवर्तित हो जाएगी। बरगी व्यपवर्तन परियोजना से जबलपुर एवं कटनी जिलों में लगभग 81 हजार 823 हेक्टेयर, सतना जिले में 1 लाख 59 हजार 655 हेक्टेयर तथा रीवा जिले में 3,532 हेक्टेयर मिलाकर कुल 2 लाख 45 हजार 10 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी।
इस टनल के निर्माण के लिए योजना आयोग, केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय तथा केंद्रीय जल आयोग से आवश्यक सहमति प्राप्त की जा चुकी है।
नर्मदा नियंत्रण मंडल ने आज की बैठक में बरगी व्यपवर्तन परियोजना की दॉयी तट नहर के 129 से 154 किलोमीटर तक 225 किलोमीटर नहर के निर्माण की भी मंजूर दी। इस पर कुल 138 करोड़ रूपए लागत आएगी।
मंडल ने आज की बैठक में डिंडोरी जिले की अपर बुढ़नेर, जबलपुर जिले की अटारिया, नरसिंहपुर जिले की शेर, शक्कर एवं मछरेवा तथा होशगांबाद जिले की दुधी परियोजनाओं के सर्वेक्षण-अनुसंधान के लिए पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति भी दी।

राज्य सरकार बिजली संकट को समाप्त करने के लिए प्रयासरत : मुख्यमंत्री श्री चौहान

राज्य सरकार बिजली संकट को समाप्त करने के लिए प्रयासरत : मुख्यमंत्री श्री चौहान
बायोमास और अन्य अक्षय ऊर्जा स्त्रोतों से विद्युत उत्पादन पर केंद्रित संगोष्ठी का शुभारंभ
मुरैना 17 मार्च 08/मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार बिजली संकट को समाप्त करने के लिए पूरी गंभीरता से प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि बिजली संकट के बावजूद हम देश के अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर तरीके से बिजली प्रदाय कर पा रहे हैं। मुख्यमंत्री आज होटल पलाश रेसीडेंसी में बायोमास एवं अन्य अक्षय ऊर्जा स्त्रोतों से विद्युत उत्पादन, अवरोध और निराकरण विषयक एक दिवसीय संगोष्ठी का शुभारंभ कर रहे थे। मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम द्वारा यू.एन.डी.पी.के सहयोग से आयोजित इस संगोष्ठी की अध्यक्षता ऊर्जा मंत्री डा. गौरीशंकर शैजवार ने की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारा विश्वास प्रकृति के दोहन में है शोषण में नहीं। उन्होंने कहा कि ऊर्जा के नैसर्गिक साधनों के लगातार दोहन और ऊर्जा की लगातार बढ़ती मांग में संतुलन समय की जरूरत है। इस दृष्टि से बायोमास और अन्य ऊर्जा स्त्रोतों से विद्युत उत्पादन पर ध्यान केंद्रित किया जाए। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में हम गैर पारंपरिक ऊर्जा स्त्रोतों की संपूर्ण क्षमता का दोहन करने के लिए प्रयासरत हैं। श्री चौहान ने इस क्षेत्र में कार्य करने के इच्छुक संगोष्ठी में शामिल निवेशकों का स्वागत किया। श्री चौहान ने बायोमास और अन्य अक्षय ऊर्जा स्त्रोतों से विद्युत उत्पादन की संभावनाओं पर केंद्रित एक प्रदर्शनी का भी शुभारंभ किया।
डा. गौरीशंकर शैजवार ने कहा कि मध्यप्रदेश में अक्षय ऊर्जा के स्त्रोतों के उपयोग में कोई रूकावट नहीं है। राज्य सरकार इस क्षेत्र में निजी निवेश को बढ़ावा देना चाहती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अगर सहयोगी और लचीला रूख अपनाए तो इन स्त्रोतों के उपयोग में मध्यप्रदेश अग्रणी हो जाएगा।
ऊर्जा विकास निगम के अध्यक्ष श्री दिलीपसिंह शेखावत ने कहा कि प्रदेश में अपारंपरिक ऊर्जा स्त्रोतों, सौर और पवन ऊर्जा तथा बायोमास ऊर्जा से लगभग 7500 मेगावाट विद्युत उत्पादन की संभावना है। उन्होंने जानकारी दी कि वर्ष 2003 तक प्रदेश में पवन ऊर्जा का उत्पादन 22 मेगावाट था, जो पिछले चार वर्ष में बढ़कर 122 मेगावाट हो गया है। अगले वर्ष इसमें 100 मेगावाट क्षमता का और इजाफा हो जाएगा। श्री शेखावत ने कहा कि प्रदेश की 26 गौ-शालाओं में गोबर गैस के माध्यम से विद्युत उत्पादन में मध्यप्रदेश को देश का मॉडल स्टेट होने का गौरव मिला है। भारत सरकार द्वारा अन्य राज्यों में भी यह योजना लागू की जा रही है।
संगोष्ठी में जानकारी दी गई कि प्रदेश में शीघ्र ही 117.5 मेगावाट क्षमता के 11 बायोमास पॉवर प्रोजेक्ट का भूमि पूजन होकर कार्य शुरू हो जाएगा।
संगोष्ठी को भारत सरकार के गैर पारंपरिक ऊर्जा विभाग के निदेशक श्री सामन्त और ऊर्जा सचिव श्री संजय बंदोपाध्याय ने भी संबोधित किया।
प्रारंभ में अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया। अंत में ऊर्जा विकास निगम के अधीक्षण अभियंता श्री भुवनेश पटेल ने आभार प्रदर्शन किया।

निरन्तर में 20 मार्च को ''अवन्तिबाई स्तवन''

निरन्तर में 20 मार्च को ''अवन्तिबाई स्तवन''
मुरैना 17 मार्च 08/साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश द्वारा रानी अवन्तिबाई की पुण्यतिथि के अवसर पर निरन्तर रचनापाठ एवं संवाद श्रृंखला में डॉ. प्रेमभारती की अध्यक्षता में डॉ. कृष्ण गोपाल मिश्र अवन्तिबाई पर रचित अपने खण्डकाव्य का 20 मार्च को शाम साढ़े छ: बजे स्वराज भवन, भोपाल में पाठ करेंगे। 1857 की क्रान्ति में स्वतंत्रता की बलिदेवी पर अपने प्राणोत्सर्ग करने वाली वीरांगना एवं महान स्वतंत्रता सेनानी रानी अवन्तिबाई पर यह आयोजन साहित्य अकादमी द्वारा एक प्रकार से अवन्तिबाई स्तवन है।
साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. देवेन्द्र दीपक ने बताया कि अवन्तिबाई के जीवन मूल्यों को साहित्य के माध्यम से समाज एवं जनता के बीच प्रसारित करना इस आयोजन का उद्देश्य है। उन्होंने साहित्य के सभी पाठकों एवं श्रोताओं समेत रानी अवन्तिबाई के चरित्र एवं जीवन से प्रेरित सभी लोगों से अधिक से अधिक उपस्थिति का अनुरोध किया है। डॉ. दीपक ने बताया कि रानी अवन्तिबाई पर मध्यप्रदेश में होने वाला यह प्रथम साहित्यिक आयोजन है, जिसे अवन्तिबाई स्तवन नाम से आयोजित किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि अवन्तिबाई पर खण्ड काव्य के रचियता डॉ. कृष्ण गोपाल मिश्र ने स्वतंत्रता संग्राम की एक और वीरांगना झलकारी बाई पर भी खण्डकाव्य की रचना की है।