गुरुवार, 20 मार्च 2008

1857 स्वातंत्र्य समर फैलोशिप

1857 स्वातंत्र्य समर फैलोशिप
मध्यप्रदेश के 48 जिलों में एक साथ होगा शोध कार्य
20 मार्च 2008// 1857 मुक्ति संग्राम के 150 वर्ष अवसर पर स्वराज संस्थान संचालनालय द्वारा मध्यप्रदेश के सभी 48 जिलों में स्वतंत्रता संग्राम में योगदान के विविध पक्षों, घटनाओं, व्यक्तियों और प्रवृत्तियों पर शोध कार्य के लिये साठ-साठ हजार रुपये की जिला स्तरीय स्वाधीनता फैलोशिप प्रदान की गयी है।
देश का मध्यप्रदेश पहला राज्य है जहाँ एक साथ सभी जिलों में स्वतंत्रता संग्राम के योगदान पर केन्द्रित शोध कार्य के संदर्भ में यह अभिनव प्रयास किया गया है। संचालक स्वराज संस्थान संचालनालय, श्री श्रीराम तिवारी ने बताया कि विगत दिनों भोपाल से सचिव संस्कृति श्री मनोज श्रीवास्तव की अध्यक्षता में श्री शंभुदयाल गुरू, प्रो. हीरालाल शुक्ल, श्री महेश श्रीवास्तव, श्री भगवानदास श्रीवास्तव एवं श्री विनोद मिश्र की चयन समिति ने इस उद्देश्य से प्राप्त 200 आवेदनों में से 41 अध्येताओं का चयन किया है।
इन्दौर संभाग से डॉ. जगदीशचंद्र उपाध्याय, रेखा द्विवेदी, मंगला ठाकुर, पुष्पलता खरे, मोना बिल्लौरे और लालजी मीना, ग्वालियर संभाग से प्रीति मजूमदार, काजी एस. रहमान, रंजना चितले और रामस्वरूप ढेंगुला, चंबल संभाग से मनीषा शर्मा और रामभुवनसिंह कुशवाहा, उज्जैन संभाग से जीवनसिंह ठाकुर, मनोहरसिंह राणावत, कैलाशचंद्र पांडेय, विनय श्रीवास्तव, श्याम सुन्दर निगम और विकास दवे, भोपाल संभाग से आलोक गुप्ता, अम्बादत्त भारतीय, ममता चंसोरिया, अमिताभ पाण्डेय, महेन्द्र गिरि और श्याम सुन्दर सक्सेना होशंगाबाद संभाग से हंसा व्यास और धमेन्द्र पारे, सागर संभाग से ब्रजेश श्रीवास्तव, सुरेन्द्र चौरसिया, एन.के. जैन और एम. प्रसाद, जबलपुर संभाग से देवेन्द्र देवलिया, आर.एन. श्रीवास्तव, अंजनी कुमार झा, गिरिजाशंकर अग्रवाल, निलय श्रीवास्तव, बालकिशन मेहर और अभय बादल, एवं रीवा संभाग से विक्रमसिंह बघेल, अजय सिंह बघेल, गोविन्द प्रताप सिंह एवं वीणा सबलोक पाठक का जिलों में शोध कार्य के लिए चयन किया गया है।

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