शनिवार, 29 मार्च 2008

आदिवासी बेरोजगार, रानी दुर्गावती योजना का लाभ उठाने आगे आएं

आदिवासी बेरोजगार, रानी दुर्गावती योजना का लाभ उठाने आगे आएं
29 मार्च 08/भोपाल उद्यमिता विकास केन्द्र मध्यप्रदेश (सेडमैप) द्वारा रानी दुर्गावती स्वरोजगार योजाना पर केन्द्रित कार्यशाला का आयोजन किया गया सेडमैप के कार्यकारी संचालक श्री जितेन्द्र तिवारी ने आव्हान किया कि आदिवासी बेरोजगार युवा रानी दुर्गावती योजना का लाभ उठाकर आगे बढ़े और बेहतर जीवनशैली को अपनाएं। उनके जीवन में सुधार के लिए स्वयंसेवी संगठन प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं।
अनुसूचित जाति व अनुसूचति जनजाति वर्ग के युवाओं के लिए संचालित की जा रही रानी दुर्गावती अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति स्वरोजगार योजना पर शनिवार को सैडमैप भोपाल में कार्यशाला सम्पन्न हुई। उद्योग संचालनालय मध्यप्रदेश शासन द्वारा संचालित की जा रही इस योजना के माध्यम से अनुसूचित जाति व अनुसूचति जनजाति वर्ग युवाओं को रोजगार इकाई स्थापना हेतु मार्जिन मनी उपलब्ध करायी जाती है सेडमैम के कार्यकारी संचालक श्री जितेन्द्र तिवारी ने बताया कि इस अभिनव योजना का अधिक युवा लाभ ले सके, इस उध्देश्य से यह कार्यशाला आयोजित की जा रही है इसमें आदिवासी बाहुल्य जिले छिन्दवाड़ा, रायसेन, होशंगाबाद, हरदा, बैतूल व श्योपुरकला में कार्यरत् विभिन्न विभागों के अधिकारियों तथा स्वयं सेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया्।
कार्यशाला में इस योजना के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गयी। सहभागी सदस्यों को योजना के माध्यम से दी जा रही मार्जिन मनी, विभिन्न सुविधाएं, प्रशिक्षण व्यवस्था, ऋण प्रक्रिया आदि से परिचित करवाया गया। साथ ही अन्य शासकीय विभागों द्वारा चलायी जा रही ऋण योजनाओ से इस योजना को कैसे जोड़ा जा सकता है। इस पर भी प्रकाश डाला गया। अनुसूचित जाति व अनुसूचति जनजाति वर्ग के उद्यमियों से शासकीय खरीद प्रक्रिया पर भी विस्तारपूर्वक जानकारी इस दौरान दी गई और योजना से लाभांवित होकर सफलतापूर्वक इकाई संचालित कर रहे उद्यमियों ने अपने अनुभव सुनाएं। अंत में योजना के क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं व इसके बेहतर संचालन के लिए सुझावों पर भी चर्चा की गई।

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