बुधवार, 26 मार्च 2008

श्री अखण्ड प्रताप सिंह ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली में सुधार के लिये विधायकों, सरपंचों से सुझाव मांगे

श्री अखण्ड प्रताप सिंह ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली में सुधार के लिये विधायकों, सरपंचों से सुझाव मांगे
26 मार्च,08/खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री अखण्ड प्रताप सिंह यादव ने विधायकों, सरपंचों, ग्राम पंचायतों के सचिवों को पत्र लिखकर सार्वजनिक वितरण प्रणाली में सुधार किये जाने हेतु सुझाव मांगे हैं। श्री सिंह ने कहा है कि प्रदेश की मौजूदा सार्वजनिक वितरण प्रणाली को और अधिक सुदृढ़ बनाने की दृष्टि से यह पहल की जा रही है।
उन्होंने विधायकों को लिखे पत्र में कहा है कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत हितग्राहियों को खाद्यान्न, केरोसिन उपलब्ध कराने के प्रति राज्य सरकार कृतसंकल्पित है। गरीब के हक के खाद्यान्न#केरोसिन की कालाबाजारी न हो सके, यह हम सभी का दायित्व है। जिन स्थानों पर सार्वजनिक वितरण प्रणाली का कार्य सफलतापूर्वक संचालित नहीं हो पा रहा है, उनका कार्य ग्राम पंचायतों को सौंपे जाने का निर्णय लिया गया है। शासन के इस निर्णय की जानकारी ग्राम पंचायतों के सरपंचों#सचिवों को दी गई है। साथ ही आवश्यक हुआ तो सुधार एवं परिवर्तन की दृष्टि से पंचायतों के स्थान पर अन्य उपयोगी संस्थाओं को भी इसमें शामिल किये जाने पर विचार किया जायेगा।
श्री अखण्ड प्रताप सिंह यादव ने सरपंचों और पंचायत सचिवों को लिखे अपने पत्र में भी इस नई व्यवस्था के संबंध में सुझाव मांगे हैं। उन्होंने कहा है कि नई व्यवस्था के तहत ग्राम पंचायतों को खाद्यान्न वितरण का कार्य दिये जाने की जानकारी उन्हें चुने हुए प्रतिनिधियों एवं ग्राम सभाओं में दी जाना चाहिए। प्रदेश में खाद्यान्न वितरण का कार्य जिन स्थानों पर समितियों के द्वारा ठीक ढंग से नहीं किया जा रहा है, उन स्थानों पर इसका कार्य ग्राम पंचायतों को सौंपकर, वितरण व्यवस्था में सुधार करने का क्रान्तिकारी व ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। श्री यादव के अनुसार जहां भी गड़बड़ी हो रही है, वहां राशन की दुकान का जिम्मा सहकारी समितियों से लेकर ग्राम पंचायतों को सौंपने में देरी नहीं की जायेगी। राज्य सरकार का उद्देश्य आम गरीब व्यक्ति को उसके हक का राशन दिलाना है। विधायकों, सरपंचों एवं पंचायत सचिवों को भेजे पत्र के साथ उन्होंने उचित मूल्य की दुकानों को ग्राम पंचायतों को सौंपने संबंधी शासन द्वारा जारी निर्देश की प्रति भी भेजी है।

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