मंगलवार, 25 मार्च 2008

मध्यप्रदेश के इतिहास में पहली बार पावर ट्रांसमिशन कम्पनी को उत्कृष्ट कार्य के लिये स्वर्ण शील्ड

मध्यप्रदेश के इतिहास में पहली बार पावर ट्रांसमिशन कम्पनी को उत्कृष्ट कार्य के लिये स्वर्ण शील्ड

केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री श्री सुशील कुमार शिन्दे द्वारा पुरस्कृत

25 मार्च 08/केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री श्री सुशील कुमार शिन्दे ने पिछले दिनों नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कम्पनी लिमि. को उत्कृष्ट कार्य करने के लिये सर्वोच्च पुरस्कार के रूप में स्वर्ण शील्ड प्रदान की है। प्रदेश के इतिहास में पहली बार पावर ट्रांसमिशन क्षेत्र में यह पुरस्कार प्रदान किया गया है। मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कम्पनी को तीन वर्ष की अल्पावधि में यह पांचवा पुरस्कार प्राप्त हुआ है। यह पुरस्कार कम्पनी के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्री आर.के. वर्मा ने प्राप्त किया। मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कम्पनी लिमि. को यह पुरस्कार पीथमपुर में 220#132 केवी बिजली उपकेन्द्र में 160 एमवीए के अतिरिक्त ट्रांसफार्मर को स्थापित करने के त्वरित कार्य के लिये प्रदान किया गया है। इस अवसर पर योजना आयोग के सदस्य (ऊर्जा) श्री बी.के. चतुर्वेदी, केन्द्रीय ऊर्जा सचिव श्री अनिल राजदान और केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री राकेश नाथ उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि विद्युत मंत्रालय के केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण द्वारा यह प्रतिष्ठित पुरस्कार स्वर्ण शील्ड के रूप में उन ट्रांसमिशन परियोजनाओं के लिये प्रदान की जाती है, जो कि निर्धारित लक्ष्य के पूर्व क्रियान्वित की गई हो।
मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कम्पनी लिमि. अपने गठन के पश्चात पूरे प्रदेश में बिजली ट्रांसमिशन नेटवर्क को सतत रूप से उत्कृष्ट ढंग से विस्तारित करने में जुटी हुई है। कम्पनी के उत्कृष्ट कार्य निष्पत्ति को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों द्वारा मान्यता प्रदान कर पुरस्कार प्रदान किये गये हैं। गत वर्ष कम्पनी को इंदिरा सागर जल विद्युत परियोजना से बिजली निकासी की ट्रांसमिशन लाईन के निर्माण कार्य को तेज गति से करने के लिये भारत शासन द्वारा रजत शील्ड प्रदान की गई थी। ट्रांसमिशन कम्पनी को इसके अलावा दो अन्तर्राष्ट्रीय और एक इण्डस्ट्रियल पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
कम्पनी के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्री आर.के. वर्मा ने इस उपलब्धि और निरंतर उत्कृष्ट कार्य निष्पत्ति के लिये कम्पनी के अधिकारियें एवं कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और कुशल कार्यक्षमता को श्रेय देते हुए सभी कर्मियों को बधाई दी है।
श्री वर्मा ने कम्पनी के अधिकारियों और कर्मचारियों का आव्हान किया है कि वे एशियाई विकास बैंक (ए.डी.बी.) से प्राप्त नये ऋण से प्रदेश के इतिहास के अब तक के सबसे बड़े ट्रांसमिशन सिस्टम विस्तारीकरण कार्यक्रम के त्वरित निष्पादन के लिये जुट जायें। ट्रांसमिशन कम्पनी के लिये यह एक विशाल और महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि इस कार्य के पूर्ण हो जाने से प्रदेश में सिर्फ दो वर्ष में ही ट्रांसमिशन क्षमता 8500 मेगावाट तक पहुँच जायेगी। इस कार्य के सफल क्रियान्वयन से मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कम्पनी लिमि. की पावर ट्रांसमिशन के क्षेत्र में राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान बन जायेगी।

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