बुधवार, 26 मार्च 2008

महाराष्ट्र से आने वाले विशेषज्ञ चिकित्सकों को आयुर्विज्ञान परिषद भोपाल में पंजीयन कराने के निर्देश

महाराष्ट्र से आने वाले विशेषज्ञ चिकित्सकों को आयुर्विज्ञान परिषद भोपाल में पंजीयन कराने के निर्देश
26 मार्च,08/जिले में संचालित नीजि अस्पतालों एवं नर्सिंग होम में महाराष्ट्र राज्य के नीजि चिकित्सकों द्वारा विजिटिंग विशेषज्ञ चिकित्सक के रूप में नियमित साप्ताहिक रूप से चिकित्सा व्यवसाय करने के साथ ही औषधियों का विक्रय भी किये जाने की जानकारी प्राप्त होने पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.के. श्रीवास्तव ने जिले के समस्त नीजि अस्पतालों व नर्सिंग होम के संचालकों तथा महाराष्ट्र राज्य से आने वाले विशेषज्ञ चिकित्सकों को निर्देशित किया है कि वे मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान परिषद भोपाल में अपना पंजीयन अवश्य करायें।
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत 21 मार्च को मीडिया एडव्होकेसी विषय पर आयोजित की गई कार्यशाला में पत्रकारों द्वारा जानकारी दी गई थी कि समीपस्थ महाराष्ट्र राज्य के नीजि चिकित्सक हर सप्ताह बालाघाट के नीजि अस्पतालों व नर्सिंग होम में मरीजों की जांच करने के साथ ही साथ में लाई गई औषधियों का विक्रय करते है। जिससे मध्यप्रदेश शासन को वाणिज्य कर की हानि हो रही है। इस पर कार्यवाही करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. श्रीवास्तव ने जिले के नीजि नर्सिंग होम संचालकों को निर्देशित किया है कि वे राज्य के बाहर से आने वाले विशेषज्ञ चिकित्सकों का मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान परिषद भोपाल में पंजीयन होना सुनिश्चित करें। इसी प्रकार बाहर से आने चिकित्सकों द्वारा रोगियों को लिखी जाने वाली औषधियों की सूची संबंधित चिकित्सक से प्राप्त कर नगर के औषधी विक्रेताओं को उपलब्ध कराने कहा गया है। जिससे औषधियों के क्रय विकय से शासन को वाणिज्य कर की हानि न हो सके। नीजि नर्सिंग होम संचालकों को निर्देशित किया गया है कि वे इन निर्देशों का कड़ाई से पालन करें।

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