गुरुवार, 3 अप्रैल 2008

मध्यप्रदेश के राष्ट्रीय उद्यानों में पर्यटकों के लिये ऑनलाइन आरक्षण सुविधा

मध्यप्रदेश के राष्ट्रीय उद्यानों में पर्यटकों के लिये ऑनलाइन आरक्षण सुविधा
उद्यानों में पर्यटन के लिये वाहनों की सीमा भी निर्धारित
संजय गुप्‍ता(मांडिल) मुरैना ब्‍यूरो चीफ 03 मार्च08/मध्यप्रदेश के राष्ट्रीय उद्यानों में पर्यटकों की सुविधा के लिये एम.पी. ऑनलाइन के माध्यम से आरक्षण की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। अब पर्यटक देश या विदेश में घर बैठे इंटरनेट पर क्रेडिट कार्ड के माध्यम से आरक्षण करा सकेंगे। साथ ही पर्यटक प्रदेश में एम.पी. ऑनलाइन के अधिकृत कियोस्क के माध्यम से नकद भुगतान कर अग्रिम आरक्षण करा सकते हैं। इसके अलावा चार राष्ट्रीय उद्यानों में पर्यटन के लिये वाहनों की अधिकतम सीमा भी निर्धारित की गई है।
वन विभाग द्वारा पर्यटकों को इस वर्ष के प्रारंभ से कान्हा, बांधवगढ़, पेंच और पन्ना राष्ट्रीय उद्यानों में यह सुविधा उपलब्ध कराई गई है। पर्यटक अधिक जानकारी एवं अधिकृत कियोस्क (गुमठी) सूची http://www.mponline.gov.in/ पर जाकर अधिकृत कियोस्क लिस्ट लिंक पर प्राप्त कर सकते हैं। यह व्यवस्था इन राष्ट्रीय उद्यानों में धारण क्षमता की अवधारणा लागू करने में सहायक होगी। धारण क्षमता लागू होने से पर्यटकों को प्राकृतिक रूप से शान्त वातावरण उपलब्ध होगा।
प्रदेश के कान्हा, बांधवगढ़, पेंच और पन्ना राष्ट्रीय उद्यानों में पर्यटन के लिये प्रवेश करने वाले वाहनों की अधिकतम सीमा निर्धारित की गई है। इसके अनुसार प्रतिदिन एक समय में कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में 150 वाहनों, बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान में 155, पेंच राष्ट्रीय उद्यान में 65 तथा पन्ना राष्ट्रीय उद्यान में अधिकतम 70 वाहनों को ही प्रवेश दिया जायेगा। यह व्यवस्था लागू होने के बाद आवश्यक था कि पर्यटकों को यात्रा प्रारंभ से पूर्व यह मालूम हो कि उन्हें राष्ट्रीय उद्यान में कब प्रवेश मिल सकेगा। इस उद्देश्य से इन राष्ट्रीय उद्यानों में प्रवेश के लिये इन्टरनेट पर अग्रिम आरक्षण व्यवस्था प्रारंभ की गई है।
इसी प्रकार राष्ट्रीय उद्यानों में धारण क्षमता का 80 प्रतिशत अग्रिम आरक्षण के लिये रखा गया है। शेष 20 प्रतिशत इन उद्यानों के प्रवेश द्वार पर तत्काल आरक्षण के लिये उपलब्ध रहेगा। अग्रिम आरक्षण संबंधित दिनांक से पूर्व के दिन तीन बजे अपरान्ह तक किया जा सकता है। अग्रिम आरक्षण के लिये आरक्षित संख्या का पूरा उपयोग नहीं होने की स्थिति में बची हुई संख्या भी तत्काल आरक्षण में उपलब्ध रहेगी।

कोई टिप्पणी नहीं: