सोमवार, 31 मार्च 2008

आन लाइन हुआ समाधान एक दिवस कार्यक्रम : बेवसाइट का लोकार्पण

आन लाइन हुआ समाधान एक दिवस कार्यक्रम : बेवसाइट का लोकार्पण
जबलपुर के खाते में बड़ी उपलब्धि दर्ज
प्रशासन को जनोन्मुखी बनाने और इस दिशा में नित नये प्रयोग करने के लिए प्रसिध्दि पा चुके जबलपुर जिले ने उपलब्धियों की एक और छलांग लगाते हुये आम जनता में लोकप्रिय समाधान एक दिवस कार्यक्रम को आनलाईन कर दिया है। आज कलेक्टर कार्यालय में आयोजित सादे समारोह में इस कार्यक्रम की बेवसाईट http://www.samadhanjabalpur.in/ का लोकार्पण किया गया। समाधान एक दिवस कार्यक्रम के आन लाइन हो जाने से अब मध्यप्रदेश, देश और विदेश में रह रहा जबलपुर का कोई भी निवासी अपने जाति, आय, मूल निवास, विवाह तथा जन्म एवं मृत्यु जैसे प्रमाण पत्र बेवसाइट के माध्यम से आवेदन कर घर बैठे प्राप्त कर सकता है।
आनलाइन किये गये समाधान एक दिवस कार्यक्रम की बेवसाइट और साफ्टवेयर को भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान जबलपुर के छात्र विनीत गांधी और केशव साहनी ने संस्थान की प्रोफेसर डॉ. प्रीति खन्ना की देखरेख और प्रोफेसर आलोक कुलकर्णी के तकनीकी सहयोग से तैयार किया है। उल्लेखनीय है कि आम आदमी की समस्याओं को एक दिन में निराकृत करने के लिए पूरे प्रदेश में पहली बार जबलपुर में ही समाधान एक दिवस कार्यक्रम की शुरूआत की गई थी। बाद में इसे अन्य जिलों द्वारा अपनाया गया। आज इसी कार्यक्रम को आनलाइन कर जबलपुर जिला प्रशासन ने अपने खाते में एक बार फिर बड़ी और गौरवशाली उपलब्धि दर्ज करा ली है।
खास बात यह है कि समाधान एक दिवस कार्यक्रम के माध्यम से जाति, आय, जन्म-मृत्यु, विवाह, मूल निवासी आदि प्रमाण पत्र आवेदकों को आनलाइन उपलबध कराने वाला जबलपुर देश का पहला जिला बन गया है। जानकार बताते है कि देश ही नहीं बल्कि इस तरह की सुविधा दुनिया भर में और कहीं नहीं है। फिलहाल समाधान एक दिवस कार्यक्रम की बेवसाइट अंग्रेजी भाषा में है। इसे जल्दी ही हिन्दी में भी उपलब्ध करा दिया जायेगा।
समाधान एक दिवस कार्यक्रम की बेवसाइट के लोकार्पण के अवसर पर कलेक्टर संजय दुबे एवं भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान जबलपुर की प्रोफेसर डॉ. प्रीति खन्ना ने बताया कि आवेदक को आनलाइन उपलब्ध कराये जाने वाले सभी प्रमाण पत्रों पर अधिकृत अधिकारी के डिजीटल हस्ताक्षर होंगे और इन प्रमाण पत्रों को आवेदकों को उसके ई-मेल पते पर या मांगने पर डाक द्वारा भी भेजा जायेगा। यानि आवेदक को जाति, मूल निवास, विवाह, आय अथवा जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र की आवश्यकता है तो उसे इसके लिए न तो आवेदन करने और न ही प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए कलेक्ट्रेट जाने की जरूरत होगी। बस उसे इसके लिए आनलाइन आवेदन करना होगा और अपना ई-मेल पता भेजना होगा। हॉ इसके लिए आवेदक को अपने आन लाइन आवेदन के साथ आवश्यक दस्तावेजों को स्केन करके भेजना जरूरी होगा। आवेदक को प्रमाण पत्र प्राप्त करने 200 रूपये का मामूली शुल्क भी देना होगा। इस शुल्क को भी उसे आवेदन के साथ ही ई-बैंकिग अथवा क्रेडिट कार्ड द्वारा आनलाइन समाधान एक दिवस कार्यक्रम के खाते में जमा करना होगा।
समाधान एक दिवस कार्यक्रम की बेवसाइट में जरूरी प्रमाण पत्रों के लिए आवेदन के प्रारूप भी उपलबध कराये गये हैं। आवेदक को आवेदन का हर कालम भरना होगा। इसमें किसी तरह की चूक या गलती पर यह साफ्टवेयर आवेदक को सुधार करने की सूचना भी उपलब्ध करायेगा। यह साफ्टवेयर आवेदक को पूरी तरह भरे गये आवेदन पत्र को सत्यापित करने का मौका भी देगा। आवेदक द्वारा आवेदन के साथ स्केन कर संलग्न दस्तावेजों और दी गई जानकारी से संतुष्ट होने के बाद अधिकृत अधिकारी द्वारा प्रमाण पत्र जारी किये जायेंगे। यदि जरूरी होगा तो आवेदक से डाक द्वारा मूल प्रमाण पत्र भी मांगे जा सकेंगे। फिलहाल आनलाइन समाधान एक दिवस कार्यक्रम के माध्यम से 17 तरह के प्रकरणों का निराकरण किय जायेगा। समाधान एक दिवस कार्यक्रम के तहत जिन प्रकरणों को शामिल किया गया है। उनमें आय, जाति, मूल निवासी, विवाह, जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र के अलावा खसरा बी-1, अस्थाई लीज (माइनिंग), सीनियर सिटीजन सर्टिफिकेट, साल्वेंसी सर्टिफिकेट, मतदाता सूची की प्रमाणित प्रतिलिपि, शस्त्र लायसेंस का नवीनीकरण, गरीबी रेखा सर्वे सूची का प्रमाण पत्र, उर्वरक पंजीयन प्रमाण पत्र, कीटनाशकों के फुटकर लायसेंस, अल्प बचत अभिकर्ता लायसेंस का नवीनीकरण एवं राज्य बीमारी सहायता निधि के प्रकरण शामिल हैं। समाधान एक दिवस कार्यक्रम की बेवसाइट के लोकार्पण के मौके पर पं. द्वारका प्रसाद मिश्र भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान के डायरेक्टर श्री भार्गव विशेष रूप से मौजूद थे।

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