सोमवार, 31 मार्च 2008

सब्जी, फल मसाले एवं फूलों का उत्पादन बढ़ाने की योजना

सब्जी, फल मसाले एवं फूलों का उत्पादन बढ़ाने की योजना
उद्यानिकी विभाग द्वारा पंचवर्षीय योजना काल में फल, सब्जियों एवं मसाले के उत्पादन को बढ़ाने की कार्य योजना बनाई गई है। इसी प्रकार फूलों की खेती को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
उद्यानिकी विभाग द्वारा पंचवर्षीय योजना में फलों का उत्पादन 6 प्रतिशत, सब्जी का 25 प्रतिशत एवं मसालों का 50 प्रतिशत बढ़ाने की कार्य योजना बनाई गई है।
प्रदेश के आम बाहर भी
रीवा का आम सुंदरजा अखिल भारतीय आम प्रदर्शनी में कई बार प्रथम पुरस्कार प्राप्त कर चुका है। होशंगाबाद, रीवा, ग्वालियर का अमरूद, छिन्दवाड़ा, बैतूल, होशंगाबाद, शाजापुर और राजगढ़ का नागपुरी संतरा की विशेष पहचान प्रदेश में बन चुकी है। इसी प्रकार से बुरहानपुर का केला, मालवा में आलू एवं रतलाम में अंगूर का उत्पादन उच्च गुणवत्ता का होने के कारण इनकी मांग प्रदेश के बाहर भी होने लगी है।
अमरकंटक तथा पचमढ़ी क्षेत्र में अनुकूल जलवायु को दृष्टिगत रखते हुए नाशपाती की खेती को बढ़ावा दिये जाने की योजना है। पंचवर्षीय योजना में मशरूम की खेती में कृषको को वैकल्पिक रोजगार उपलब्ध कराने की दृष्टि से मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण को बढ़ावा दिया जायेगा। मसाले वाली फसलो को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मसाला मिनीकिट योजना चालू की गई है। योजना के तहत धनिया, मिर्च, लहसुन, अदरक आदि के एक लाख 18 हजार मसाला मिनिकिट किसानों को दिये गये।
प्रदेश में फूलो की लगातार मांग बढ़ती जा रही है। पुष्पों की व्यवसायिक खेती से होने वाले कम क्षेत्र से अधिक आमदनी होती है। फूलों की बढ़ती मांग तथा निर्यात की संभावनाओं को ध्यान में रखकर पुष्प प्रदर्शन की योजना क्रियान्वित की जा रही है। इस योजना के तहत गुलाब, रजनी गंधा, आस्टर, गेंदा, गुलदाऊदी, ग्लेडियोलाई आदि प्रमुख पुष्पों के प्रदर्शन किसानों के यहाँ डलवाये जाते है। ये प्रदर्शन किसानोें के खेतों में 1#25 हेक्टेयर में डलवाये जाते हैं। प्रति प्रदर्शन बीज, खाद एवं पौधो पर 4हजार रूपये का व्यय निर्धारित किया गया है।
इस राशि का 75 प्रतिशत अनुदान प्रति कृषक प्रति प्रदर्शन दिये जाने का प्रावधान है। अब तक 3386 पुष्प प्रदर्शन किसानों के खेतों में डाले गये है।
वर्तमान में प्रदेश में फलों के अंतर्गत 46 हजार 777 हेक्टेयर, सब्जी के अंतर्गत 1लाख 95 हजार 977 हे., मसाले वाली फसलों के अंतर्गत 2 लाख 7 हजार 563 हे., फूलों के अंतर्गत 3667 हे. क्षेत्र आच्छादित है।

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