सोमवार, 31 मार्च 2008

मत्स्य महासंघ द्वारा श्री मोती कश्यप को 41 लाख रू. रायल्टी का चेक भेंट

मत्स्य महासंघ द्वारा श्री मोती कश्यप को 41 लाख रू. रायल्टी का चेक भेंट
म.प्र. मत्स्य महासंघ की संचालक समिति की बैठक सम्पन्न
मछली पालन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री मोती कश्यप को मध्यप्रदेश मत्स्य महासंघ ने आज यहाँ संचालक समिति की बैठक के दौरान 41 लाख रूपये का चेक भेंट किया। इसके पूर्व महासंघ ने दस लाख रूपये का चेक शासन को भेंट किया था। इस तरह म.प्र. मत्स्य महासंघ ने इस वर्ष के लक्ष्य 50 लाख के विरूध्द राज्य शासन को कुल 51 लाख रू. की रायल्टी का चेक भेंट किया। अपर मुख्य सचिव श्रीमती रंजना चौधरी, प्रमुख सचिव, मत्स्य पालन श्री राकेश अग्रवाल, प्रबंध संचालक म.प्र. मत्स्य महासंघ श्रीमती कंचन जैन, संचालक, मत्स्योद्योग श्री एच.एस. सिध्दू इस अवसर पर उपस्थित थे।
मध्यप्रदेश मत्स्य महासंघ ने श्री मोती कश्यप को चेक के साथ म.प्र. मत्स्य महासंघ को पिछले दिनों मिला आई.एस.ओ. प्रमाण पत्र 9001:2000 भी भेंट किया। म.प्र. मत्स्य महासंघ मत्स्य पालन में आई.एस.ओ. अवार्ड पाने वाला देश का पहला मत्स्य महासंघ है। आई.एस.ओ. प्रमाण पत्र महासंघ द्वारा संचालित गतिविधियों की गुणवत्ता, संधारण निर्धारित मापदण्डों के अनुसार पाए जाने पर दिया गया है।
मछली पालन राज्यमंत्री श्री मोती कश्यप ने संचालक समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मत्स्य महासंघ की वर्ष 2007-08 की प्रगति की समीक्षा की। श्री कश्यप ने मछुआ कल्याण निधि कोष के गठन के लिए मछली पालन मंत्री की अध्यक्षता में एक पांच सदस्यीय समिति बनाने के निर्देश दिए। बैठक में मत्स्य बीज, मत्स्य उत्पादन बढ़ाने की रणनीति पर विस्तृत चर्चा की गई। इसके अलावा महासंघ के भदभदा भोपाल में 'वरदान' के 1200 पौध रोपण, प्रदेश में निरंतर बढ़ते जल क्षेत्र पर मत्स्यबीज की बढ़ती आवश्यकता तथा क्षति पर विचार करते हुए मत्स्यबीज उत्पादन बढ़ाने, हेचरीज एवं पेरीफेरल नर्सरीज निर्माण, अवैध मत्स्याखेट रोकने, निजी सुरक्षा सेवाओं पर विचार, संविदा, नियुक्ति, अनुकम्पा नियुक्ति, नर्मदा घाटी विकास की गारलेंडिग योजना, मीनाक्षी योजना पर चर्चा की गई।
संचालक समिति की बैठक में मत्स्योद्योग, म.प्र. मत्स्य महासंघ, वित्त विभाग, सहकारिता विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया। बैठक में मुख्य रूप से प्रदेश के बढ़ते जलक्षेत्र का मछुआरों के हित में अधिकाधिक सदुपयोग पर बल दिया गया।

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