मंगलवार, 24 जून 2008

ग्रामीण समस्याओं के लिए विभाग समन्वय अधिकारी बनाएं - मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री पाटिल

ग्रामीण समस्याओं के लिए विभाग समन्वय अधिकारी बनाएं - मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री पाटिल
संजय गुप्‍ता(मांडिल) मुरैना ब्‍यूरो चीफ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री ज्ञानेश्वर पाटिल ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे जन समस्याओं का निराकरण तुरंत करें और लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि जिले के विभिन्न विभागों के जिलास्तरीय अधिकारी अपने अपने विभाग की समस्यायें जनपद कार्यालय फन्दा और बैरसिया से एकत्रित करायें। इसके लिए सभी विभाग अपने विभाग में एक समन्वय अधिकारी बनायें जो प्रत्येक माह की 30 तारीख तक समस्याओं के संबंध में जानकारी एकत्र करे। इस जानकारी की एक प्रति जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को भी भेजी जाए। परख कार्यक्रम से जुड़े विभागों की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुये श्री पाटिल ने अधिकारियों से कहा कि जनता द्वारा प्राप्त समस्याओं का निराकरण तुरंत किया जाये। सभी विभाग प्रमुख ग्रामीण जनसमस्याओं से रूबरू हों। ग्रामीण क्षेत्र में क्या शिकायतें हैं उन्हें जानने की जिम्मेदारी भी विभाग प्रमुख की है।
बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सहायक यंत्री ने जानकारी दी कि उन्हें ग्रामीण क्षेत्र की 181 समस्यायें प्राप्त हुई थीं जिनका निराकरण कर दिया गया है। म.प्र. राज्य विद्युत मंडल विभाग के अतिरिक्त अधीक्षण यंत्री ने बताया कि जिले में 11 समस्यायें प्राप्त हुई हैं जिनका निराकरण जल्द ही कर दिया जायेगा। बैठक में बताया गया कि शिक्षा विभाग, महिला बाल विकास, पशु चिकित्सा, राजस्व विभाग और आदिम जाति कल्याण विभाग को कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। स्वास्थ्य विभाग प्रमुख ने जानकारी दी कि ए.एन.एम. तथा एन.पी.डब्ल्यू. के भ्रमण की 28 शिकायत, डिपो होल्डर के पास दवा न होने की एक शिकायत और टीकाकरण नहीं करने की 23 शिकायतें प्राप्त हुई। नियंत्रक खाद्य आपूर्ति ने बताया कि विभाग को गेहूँ, चावल,शक्कर और मिट्टी का तेल प्राप्त न होने की शिकायतें प्राप्त हुई है इनके निराकरण की दिशा में ठोस पहल की गई है। श्री पाटिल ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि विभागीय कर्मचारियों द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में भ्रमण न करने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये।

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