शुक्रवार, 20 जून 2008

आयुर्वेदिक, यूनानी चिकित्सकों को आइ-कार्ड

आयुर्वेदिक, यूनानी चिकित्सकों को आइ-कार्ड
संजय गुप्‍ता(मांडिल) मुरैना ब्‍यूरो चीफ 20जून08/मध्यप्रदेश आयुर्वेदिक तथा यूनानी चिकित्सा पध्दति एवं प्राकृतिक चिकित्सा बोर्ड ने अपने यहां पंजीकृत चिकित्सकों को अब परिचय पत्र देने का सिलसिला शुरू किया है। ऐसे इच्छुक चिकित्सकों को बोर्ड के समक्ष आवेदन करना होगा।
परिचय पत्र के आवेदन के साथ इन चिकित्सकों को राजपत्रित अधिकारी द्वारा सत्यापित अपना एक छायाचित्र भी संलग्न करना होगा। बोर्ड अपने यहां पूर्व में दर्ज चिकित्सकों के पंजीयन प्रमाण पत्रों का सत्यापन भी कर रहा है। यह कार्रवाई पूर्व के प्रमाण पत्रों में छायाचित्र नहीं होने के चलते की जा रही है। इसके लिए इन चिकित्सकों को अपने मूल पंजीयन पत्र के साथ खुद के दो रंगीन छायाचित्र भी बोर्ड को भेजने होंगे।
बोर्ड ने यह भी कहा है कि अस्थाई पंजीयन जो पूर्व में अंकसूची के आधार पर किए गए हैं, उन्हें एक महीने के भीतर स्थाई करने के लिए निर्धारित प्रारूप में बोर्ड को आवेदन देना होगा। इसके अभाव में पंजीयन निरस्त कर दिया जाएगा और इसके लिए पूरी जिम्मेदारी संबंधित चिकित्सक की ही होगी। इसी तरह मृत पंजीकृत चिकित्सक की सूचना उनके परिवार को बोर्ड में देना होगी ताकि उनका नाम पंजीकृत चिकित्सकों की सूची से हटाया जा सके। बोर्ड ने चिकित्सक के पते में परिवर्तन की जानकारी भी देने को कहा है क्योंकि इसके बाद पंजीयन रजिस्टर को अद्यतन किया जाएगा।

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