शुक्रवार, 20 जून 2008

सहकारिता गरीबों के विकास का सशक्त माध्यम बने : श्री बाबूलाल गौर

सहकारिता गरीबों के विकास का सशक्त माध्यम बने : श्री बाबूलाल गौर
वर्तमान अर्थव्यवस्था में सहकारिता की जिम्मेदारी बढ़ी : श्री गोपाल भार्गव, सहकारी बैंक में पहली बार पर्सनल बैंकिंग प्रणाली का शुभारंभ
संजय गुप्‍ता(मांडिल) मुरैना ब्‍यूरो चीफ 20जून08/मध्यप्रदेश में पहली बार सहकारी बैंकों को आधुनिक बैकिंग से जोड़ने के लिए अपेक्स बैंक में ''पर्सनल बैकिंग'' का शुभारंभ वाणिज्यिक कर मंत्री श्री बाबूलाल गौर ने किया। इस अवसर पर आयोजित समारोह की अध्यक्षता सहकारिता एवं किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने की। श्री गौर ने इस अवसर पर कहा कि सहकारी बैंक आधुनिक बैंकिंग के साथ ही गरीबों के आथिर्क कल्याण का सषक्त माध्यम बने। श्री गोपाल भार्गव ने कहा कि वर्तमान अर्थव्यवस्था में सहकारिता की जिम्मेदारी बढ़ी है क्योंकि यही वह माध्यम है जिससे एक और हम समाज के गरीब से गरीब व्यक्ति का सहकार भावना से भला कर सकते है वहीं दूसरी और आज के वैष्वीकरण का विकृत प्रभाव हमारे समाज में न पडे उसके लिये सहकारी बैंकों को आज की प्रतिस्पर्धा में अपने को सक्षम बनाना होगा। समारोह में अपेक्स बैंक के उपाध्यक्ष श्री भंवर सिंह शेखावत, आयुक्त एवं पंजीयक, सहकारी संस्थायें श्री विष्वमोहन उपाध्याय, रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेषक श्री राजेष वर्मा एवं प्रबंध संचालक अपेक्स बैंक श्री सुशील मिश्र उपस्थित थे।
वाणिज्यिक कर मंत्री श्री बाबूलाल गौर ने कहा कि हमारे सुदृढ़ लोकतंत्र के मुख्य आधार गरीब और अषिक्षित लोगो का विकास सहकारिता का लक्ष्य होना चाहिए। उन्होंने सहकारी बैंकों का नई बैंकिंग क्षेत्र में प्रवेश करने की सराहना करते हुए कहा कि हमारे यहां आज भी गरीबों की संख्या अधिक है। अन्नपूर्णा योजना के माध्यम से हमने सस्ता अनाज गरीबों को उपलब्ध कराया है। उन्होंने कहा कि साम्यवाद और पूंजीवाद के बीच सहकारिता ही एक ऐसा माध्यम है जिससे हम समाज के हर वर्ग का विकास कर सकते हैं।
सहकारिता मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने कहा कि पर्सनल बैकिंग का सहकारी बैंकों में शुरूआत एक ऐतिहासिक अवसर है। उन्होंने कहा कि आज के वैश्वीकरण के दौर में सहकारी बैंक समयानुकूल रहें उसके लिए यह जरूरी भी है। श्री भार्गव ने कहा कि पिछले चार साल मध्यप्रदेश में सहकारिता विषेशकर सहकारी बैंकों के लिए सुनहरे साल के रूप में अंकित होंगे। आज सहकारी संस्थाएं अच्छी छवि के साथ वर्तमान दौर से कदमताल करती हुई अपनी आथिर्क स्थिति को निरंतर सुदृढ़ कर रही हैं। श्री भार्गव ने कहा कि शीर्ष स्तर से ही वित्तीय अनुषासन को कायम कर कमजोर बैंकों को आथिर्क रूप से मजबूत और फिजूलखचीर् बंद कर सहकारी संस्थाओं में हमने स्वस्थ्य परम्परा स्थापित की है। उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों में सहकारी कमिर्यों ने पूरे मनोयोग से सहकारी बैंकों को वाणिज्यिक बैंकों के मुकाबले सक्षम बनाया है। श्री भार्गव ने कहा कि सहकारी बैंकों का सिर्फ मुनाफा कमाना ही उद्देश्य नहीं है वरन् वह उन 60 लाख लोगों की बेहतरी के लिए प्रतिबध्द है जिनके संबंल पर आज सहकारिता आंदोलन प्रदेश में खड़ा है। उन्होंने कहा कि गरीबों, किसानों के अलावा अब सहकारी बैंक समाज के अन्य वर्गों तथा व्यवसायों तक अपनी पहुंच स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा कि समाज के सबसे नीचे और पीछे खड़े व्यक्ति का सर्वागीण विकास हमारा लक्ष्य है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आधुनिक बैकिंग क्षेत्र में सहकारी बैंकों का प्रवेश एक नया इतिहास रचेगा।
अपेक्स बैंक के उपाध्यक्ष श्री भंवर सिंह शेखावत ने कहा कि सहकारी बैंकों में आधुनिक बैकिंग की कार्यप्रक्रिया की शुरूआत सहकारिता के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा। श्री शेखावत ने कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस दौर में सहकारी बैंकों का पूर्ण सक्षमता के साथ खड़ा होना वक्त की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गत चार सालों में सहकारी संस्थाओं में शुध्दता और शुचिता लाने के जो प्रयास हुए है उसने करोड़ों के घाटे से सहकारी बैंकों को उबार कर करोड़ों के लाभ की स्थिति में ला दिया है।
आयुक्त सहकारिता श्री विश्वमोहन उपाध्याय ने कहा कि नेतृत्व द्वारा बढ़ाए गए मनोबल और प्रोत्साहन के कारण ही हम सहकारी बैंकों में आज की बैकिंग की शुरूआत कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सहकारी बैंकों को आधुनिक बैंकिंग से जोड़ने का यह अभियान निरंतर जारी रहेंगा।
प्रबंध संचालक अपेक्स बैंक श्री सुशील मिश्रा ने कहा कि कृषि ऋण क्षेत्र में अनुकरणीय सेवाएें देने के साथ ही अब सहकारी बैंकों ने आधुनिक बैकिंग की और अपना कदम बढ़ाया है। उन्होने सहकारिता मंत्री एवं आयुक्त सहकारिता को इसका श्रेय देते हुए कहा कि पिछले चार साल अपेक्स बैंक के लिए एतिहासिक रहे । 72 करोड़ रूपये की संचित हानि के बाद आज बैंक 30 करोड़ के लाभ में है । पिछले दो वर्षों में हमारा मुनाफा इतना रहा कि हमने 28 करोड़ रूपये इन्कम टैक्स के चुकाए। अपेक्स बैंक को वर्ष 2005-06 में सर्वाधिक मुनाफा कमाने वाली सहकारी बैंक का पुरूस्कार नेफस्कॉब द्वारा दिया गया।
रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक श्री राजेश वर्मा ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन सुश्री शीलू अष्ठाना ने किया। आभार प्रदर्शन विषेश कर्तव्यस्थ अधिकारी श्री आर.सी. घिया ने किया।
प्रारंभ में श्री बाबूलाल गौर एवं श्री गोपाल भार्गव ने अपेक्स बैंक की अरेरा कॉलोनी शाखा में पर्सनल बैकिंग कक्ष का शुभारंभ किया। उन्होंने शाखा के विभिन्न कक्षों और लॉकर रूम में जाकर वहां की व्यवस्था देखी।
पहले दिन ही :- अपेक्स बैंक की अरेरा कॉलोनी शाखा में आधुनिक बैकिंग की शुरूआत के पहले दिन ही महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल हुई है। जैसे पर्सनल बैकिंग के माध्यम से पहले दिन ही लगभग 14 करोड़ रूपये का डिपॉजिट प्राप्त हुआ व कुल 178 खाते खाले गए। इस प्रकार अपेक्स बैंक की अरेरा कॉलोनी शाखा में कुल डिपॉजिट बढ़कर लगभग 150 करोड़ रूपये हो गया। शुभारंभ के दिन ऋण के सत्रह प्रकरणो में 15 लाख 3271 रूपये का ऋण विभिन्न हितग्राहियों को आवास, व्यक्तिगत आदि ऋण के रूप में वितरित किये गए। इस अवसर पर व्यवसाय के विविधिकरण के तहत दो बीमा पॉलिसी, पॉलिसीधारियों को प्रदान की गई। अपेक्स बैंक द्वारा किए गए बीमा व्यवसाय के कमीशन का 2.69 लाख का चैक अविवा बीमा कंपनी द्वारा श्री भार्गव को प्रदान किया गया।

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