सोमवार, 3 मार्च 2008

चित्रकूट विश्वविद्यालय को सुदृढ़ अधोसंरचना विकास सुनिश्चित करने के निर्देश

चित्रकूट विश्वविद्यालय को सुदृढ़ अधोसंरचना विकास सुनिश्चित करने के निर्देश
राज्यपाल एवं कुलाधिपति डा.बलराम जाखड़ की अध्यक्षता में आज राजभवन में महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के प्रबंध मंडल की 38 वीं बैठक सम्पन्न हुई। डा.जाखड़ ने विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियों पर संतोष व्यक्त करते हुए निर्देश दिये कि सुदृढ़ अधोसंरचना विकास भी सुनिश्चित किया जाए। विश्वविद्यालय की ओर से अधोसंरचना विकास के कार्यों के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से अधिकाधिक सहयोग प्राप्त करने के लिए भी विशेष प्रयास किये जाएं। राज्य शासन इस कार्य में सभी संभव सहयोग प्रदान करेगा।
बैठक में प्रबंध मंडल ने सर्वसम्मति से विश्वविद्यालय में आवश्यक सेवाओं के लिए प्रतिनियुक्ति पर विशेषज्ञों की सेवाएं प्राप्त करने पर बल दिया। इस मौके पर बताया गया कि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा विश्वविद्यालय की पुनर्संरचना की स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। प्रबन्ध मंडल ने विश्वविद्यालय में अनुशासन का माहौल बनाये रखने के लिए अनुशासनहीनता की कार्य शैली के आरोपी कर्मचारियों के निलंबन की कार्यवाही का अनुमोदन किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय को वर्ष 2008-09 के लिए 3 करोड़ पचास लाख रूपये का बजट आवंटित करने पर सहमति व्यक्त की गई। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ज्ञानेन्द्र सिंह ने बैठक में बताया कि राज्य शासन की ओर से स्वीकृत इस बजट राशि के अतिरिक्त शिक्षण शुल्क आदि से 280 लाख रूपये और अन्य स्रोतों से 165 लाख रूपये की व्यवस्था की जाएगी।
बैठक में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा सुश्री स्नेहलता श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव, वित्त श्री अशोक दास और राज्यपाल के सचिव श्री के.के. सिंह एवं प्रबंध मंडल के सदस्य उपस्थित थे।

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