बुधवार, 5 मार्च 2008

नसरूल्लागंज में रामलीला और रासलीला पर केन्द्रित 'जनरंजन' का समापन 5 मार्च को

नसरूल्लागंज में रामलीला और रासलीला पर केन्द्रित 'जनरंजन' का समापन 5 मार्च को
समापन समारोह में मुख्यमंत्री भी उपस्थित रहेंगे
सीहोर जिले के नसरूल्लागंज में आयोजित रामलीला और रासलीला पर केन्द्रित सात दिवसीय समारोह 'जनरंजन' जनआकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। जनरंजन का समापन 5 मार्च को शाम 7 बजे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के मुख्य आतिथ्य में तथा संस्कृति, जनसंपर्क एवं खनिज साधन मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न होगा। अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पद्मश्री स्वामी रामस्वरूप शर्मा के निर्देशन में श्रीकृष्णलीला संस्थान चैरिबटेल ट्रस्ट वृन्दावन के कलाकार कृष्ण लीला और रामलीला के प्रसंगों का सजीव प्रदर्शन कर रहे हैं।
कृष्णलीला में कृष्ण जन्म की कथा को सहजता और सरलता से मंचित किया गया। कृष्णलीला के अनेक प्रसंगों में भावपूर्ण दृश्यों से दर्शक भावविभोर हो गये। कृष्णलीला में कृष्ण के बाल्यकाल के अनेक प्रसंगों माँ यशोदा एवं बालकृष्ण के संवाद, माखनचोरी के दृश्य, गौवरधन पर्वत, द्रौपती चीरहरण, मीरा के भक्ति प्रसंग तथा सुदामा चरित्र प्रसंग ने दर्शकों को अभिभूत किया। इसी तरह रामलीला में नारद मोह-श्रीराम जन्म, धनुष यज्ञ, परशुराम-लक्ष्मण संवाद- श्रीराम विवाह, श्रीराम वनगमन-केवट प्रसंग, सीता हरण-लंका दहन आदि प्रसंग दर्शकों को सम्मोहित करने में सफल रहे। रामलीला में भगवान राम की बारात जब नसरूल्लागंज के विभिन्न मार्गों से निकली तो स्थानीय महिलाओं ने मांगलिक गीत गाते हुए बड़ी संख्या में भाग लिया। तुलसी साहित्य अकादमी के उप निदेशक प्रो. अवधेश प्रसाद पाण्डे ने बताया कि रामलीला और रासलीला को नसरूल्लागंज के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों द्वारा पूरी आस्था के साथ देखा जा रहा है। समाज को एकता के सूत्र में जोड़े रखने में सांस्कृतिक रूप से रामलीला और रासलीला सशक्त माध्यम के रूप में जानी जाती हैं।
जनरंजन समारोह में प्रतिदिन स्वामी रामस्वरूप शर्मा के निर्देशन में कलाकार प्रात: 10 बजे से रामलीला और शाम 7 बजे से रासलीला के प्रसंगों की प्रस्तुतियाँ उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक शाला के पास नसरूल्लागंज में दे रहे हैं। 5 मार्च को रामलीला में राज्याभिषक और रासलीला में ब्रज की होली आकर्षक का केन्द्र रहेगी।
मध्यप्रदेश आदिवासी लोक कला एवं तुलसी साहित्य अकादमी द्वारा प्रतिवर्ष रामलीला और रासलीला पर केन्द्रित 'जनरंजन' समारोह का आयोजन किया जाता है। यह परिषद संस्कृति विभाग के अंतर्गत संचालित है।

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