शनिवार, 14 जून 2008

सरकारी अस्पतालों का प्रदेशव्यापी निरीक्षण आज से

सरकारी अस्पतालों का प्रदेशव्यापी निरीक्षण आज से
उप स्वास्थ्य केन्द्र से लेकर जिला अस्पताल तक जाँचे जायेंगे, विभिन्न स्तरों पर अफसरों की तैनाती, स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर कार्रवाई
संजय गुप्‍ता(मांडिल) मुरैना ब्‍यूरो चीफ 14जून08/प्रदेश के सरकारी अस्पतालों के इंतजाम सुधारने का जो संकेत और इरादा डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने एक हफ्ते पहले मंत्री के बतौरस्वास्थ्य विभाग की बागडौर थामते वक्त किया था, उस पर तेज और असरदार कार्रवाई की रणनीति तैयार कर ली गई है। इंतजामों की पड़ताल और दुरूस्ती के मकसद से छेड़ी जाने वाली एक महीने की यह मुहिम आज 15 जून से पूरे प्रदेश में शुरू होगी। निरीक्षण के दायरे में उपस्वास्थ्य केन्द्र से लेकर जिला चिकित्सालय तक के सभी अस्पताल शामिल रहेंगे। पाँच विभिन्न स्तरों पर इस निरीक्षण की जिम्मेदारी आला दर्जे से लेकर छोटे स्तर तक के अफसरों को सौंपी गई है। पूरी कार्रवाई स्वास्थ्य मंत्री की देखरेख में शुरू होकर अंजाम तक पहुँचेगी।
विभाग के सारे अफसरों को इस निरीक्षण अभियान में गौर की जाने वाली बातें बाकायदा तफसील से लिखकर समझा दी गई हैं। ये सारे ऐसे विषय है जो स्वास्थ्य व्यवस्थायें की जरूरतों को लेकर महत्वपूर्ण मानदण्डों के बतौर पहले से तयशुदा हैं। अब पड़ताल यह होना है कि अस्पतालों में इनकी वास्तविकता क्या है। इन निश्कर्षों की बुनियाद पर ही आगे की हर कार्रवाई की दिशा और स्वरूप तय होंगे। इतने बड़े पैमाने पर तेज और सघन मुहिम के जरिए सरकारी अस्पतालों के इंतजाम सुधारने के सिलसिले में पहली बार यह महत्वपूर्ण प्रयोग किया जा रहा है। इस मुहिम के साथ स्वास्थ्य जनजागरण के कार्यों को भी जोड़ा गया है।
निरीक्षण में इन चिकित्सा संस्थाओं के प्रबंधन और संचालन को चुस्त और दुरूस्त करने के साथ ही आम आदमी की इन तक पहुँच को आसान और फायदेमंद बनाने की कोशिश भी होगी। निरीक्षण से जुड़े अफसरों को काम के लिए कमर कसने की हिदायत के साथ बाकायदा एक रोस्टर तैयार कर यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह साफ कर दिया गया है कि उन्हें सौंपी गई संस्थाओं में से निरीक्षण से कोई छूट न जाए। जानकारी जो इकट्ठा होनी है, उसका निर्धारित प्रपत्र बना कर दिया गया है। इसके मुताबिक सूचनाएं तैयार होंगी। सभी अस्पतालों की सेवाओं का इस मौके पर आंकलन होगा। जिन दिक्कतों को मौके पर हल किया जा सकता है, ये अफसर तत्काल कार्रवाई भी करेंगे। उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर ग्राम स्वास्थ्य और स्वच्छता समितियों से बातचीत कर विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों में सुधार के सुझाव भी लिए जाएंगे। लोगों को स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की जानकारी और शिशु एवं मातृत्व मृत्यु दर कम करने संबंधी सलाह दी जाएगी।
निरीक्षण करने वाले अफसरों के दल को अस्पतालों में साफ-सफाई और रखरखाव सुनिश्चित करवाना है। ये जरूरी दवाइयाँ भी उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को देंगे। गाँवों के डिपो होल्डर्स के यहाँ पर्याप्त औषधियों की उपलब्धता जाँचना है। इन्हें जटिल गर्भावस्था, कुपोषित और गंभीर बीमार बच्चों की पहचान करना है और इसके बाद उन्हें तत्काल पास के अस्पताल में रिफर कर इलाज भी करवाना है।

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