सोमवार, 9 जून 2008

म.प्र. में स्टेट रोड़ इम्प्रुवमेंट प्रोजेक्ट के तहत 582 करोड़ रूपये लागत से 6432 किलोमीटर सड़कों का विकास जारी

म.प्र. में स्टेट रोड़ इम्प्रुवमेंट प्रोजेक्ट के तहत 582 करोड़ रूपये लागत से 6432 किलोमीटर सड़कों का विकास जारी
लोक निर्माण मंत्री श्री विजयवर्गीय द्वारा राज्यस्तरीय बैठक में निर्माण कार्यों की समीक्षा
संजय गुप्‍ता(मांडिल)मुरैना ब्‍यूरो चीफ 9 जून08/लोक निर्माण मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने आज यहां आयोजित राज्यस्तरीय बैठक में स्टेट रोड़ इम्प्रुवमेंट प्रोजेक्ट के अन्तर्गत प्रदेश में जारी सड़क मार्गों के उन्नयन एवं सुधार कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने राज्य योजना मद के साथ ही सड़कों के वार्षिक रखरखाव मद से सम्पन्न किये जा रहे कार्यों की भी विस्तार से जानकारी ली। श्री विजयवर्गीय ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश के विभिन्न अंचलों के भ्रमण में कई घोषणाओं का प्राथमिकता पूर्वक क्रियान्वयन किया जावे।
इस अवसर पर लोक निर्माण राज्य मंत्री श्री नाराण प्रसाद कबीरपंथी और प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री प्रभुदयाल मीना भी उपस्थित थे। मध्यप्रदेश में स्टेट रोड इम्प्रुवमेंट प्रोजेक्ट (S.R.I.P.) के अंतर्गत 6432 लम्बे सड़क मार्गों के सुधार एवं उन्नयन का कार्य प्रगति पर है। इस परियोजना के तहत करीब 522 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों का उन्नयन एवं सुधार किया जा रहा है वहीं लोक निर्माण विभाग के ग्वालियर, रीवा, सागर, उज्जैन, जबलपुर, इंदौर और राजधानी परिक्षेत्र में शामिल करीब 5910 किलोमीटर लंबे राज्यमार्गों के विकास का कार्य भी प्रगति पर है। इस परियोजना पर करीब 582 करोड़ से अधिक राशि खर्च होगी। बैठक में प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री मीना ने बताया कि एस.आर.आई.पी के अंतर्गत राज्य में अब तक करीब 3600 किलामीटर लंबे मार्गों का उन्नयन कार्य सम्पन्न हो चुका है।
श्री कैलाश विजयवर्गीय ने लोक निर्माण परिक्षेत्रवार समीक्षा करते हुये विभिन्न जिलों में एस.आर.आई.पी के तहत सड़कों के सुधार एवं उन्नयन कार्य की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिये कि जिन जिलों में इस परियोजना के तहत 50 किलोमीटर या अधिक का उन्नयन कार्य शेष है वहां विशेष ध्यान दिया जाए और निर्धारित लक्ष्य समय पर पूरे किये जाये। लोक निर्माण मंत्री ने हिदायत दी कि वर्षाकाल में सड़कों के रखरखाव पर पर्याप्त ध्यान दिया जाए। बरसात की वजह से जहां भी आवागमन में दिक्कत हो उन सड़क मार्गों पर इमल्शन कार्य तुरंत किया जाए। उन्होंने सड़कों की गुणवत्ता पर जोर देते हुए कहा कि यदि वर्षाकाल में कहीं भी सड़कें खराब हुई तो इसके लिए संबंधित अधिकारी जिम्मेदार होंगे। इस दौरान उन्होंने भिण्ड और रीवा क्षेत्रों में निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति के लिए विशेष प्रयासों की जरूरत भी बताई। इसके साथ ही उन्होंने उज्जैन और सागर जिलों में सड़कों के विकास को गति देने के लिए जनप्रतिनिधियों की बैठकों का आयोजन कर उनके सुझाव एवं सहयोग लेने की आवश्यकता बताई।
लोक निर्माण मंत्री ने यह भी स्पष्ट निर्देश दिये कि एस.आर.आई.पी. सहित विभिन्न योजनाओं में जहां ठेकेदारों द्वारा निर्माण कार्यों में लापहरवाही एवं ढिलाई बरती जा रही है उन्हें डी-ग्रेड करते हुये उनके विरूध्द सख्त कार्यवाही की जाए। इस अवसर पर उन्होंने मंदसौर, झाबुआ, मंडला सहित उन सभी जिलों में जहां एस.आर.आई.पी के तहत सड़कों के सुधार एवं उन्नयन का कार्य समय पूरा किया जा चुका है, वहां पदस्थ अभियंताओं के कार्यों की सराहना की। उन्होंने इस विशिष्ट कार्य के लिए उनकी सेवा पुस्तिका में प्रशंसा दर्ज करने के निर्देश भी दिये। श्री विजयवर्गीय ने इंदौर-उज्जैन सड़क मार्ग के गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य की प्रशंसा भी की। इस अवसर पर प्रमुख अभियंता लोक निर्माण श्री एस.के. दीक्षित, मुख्य अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग परिक्षेत्र श्री शैलेन्द्र शुक्ल के साथ ही विभिन्न परिक्षेत्रों के मुख्य अभियंता तथा वरिष्ठ विभागीय अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।

कोई टिप्पणी नहीं: