मंगलवार, 11 मार्च 2008

विश्व बैंक दल द्वारा वाटर सेक्टर रिस्ट्रक्चरिंग परियोजना कार्यो की समीक्षा

विश्व बैंक दल द्वारा वाटर सेक्टर रिस्ट्रक्चरिंग परियोजना कार्यो की समीक्षा
संजय गुप्‍ता (मांडिल) मुरैना ब्‍यूरो 11 फरवरी,08/विश्व बैंक के एक दल ने आज विभिन्न बैठकों में मध्यप्रदेश वाटर सेक्टर रिस्ट्रक्चरिंग परियोजना के अन्तर्गत चल रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। विश्व बैंक दल में टीमलीडर श्री जेवियर जुलेटा, कृषि विशेषज्ञ श्री मणिवरनन, प्रोक्योरमेंट विशेषज्ञ श्री मामचंद और सामाजिक विकास विशेषज्ञ श्री शंकर नारायण शामिल हैं। विश्व बैंक दल ने जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंताओं, गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों और परियोजना के सहयोगी विभागों कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन और उद्यानिकी विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की।
दल ने मुख्य अभियंताओं के साथ हुई बैठक में बाँधों और नहरों के आधुनिकीकरण कार्यो की प्रगति के साथ क्रय और निविदा संबंधी कार्यों की जानकारी प्राप्त की। विश्व बैंक के विशेषज्ञों ने प्रोक्योरमेंट के विश्व बैंक नियमों की विस्तार से जानकारी भी दी । परियोजना के अन्तर्गत नियुक्त होने वाली परामर्शदात्री सेवा संस्थाओं (कन्सल्टेन्सीज) की स्थिति की जानकारी भी विशेषज्ञों ने प्राप्त की। परियोजना संचालक श्री पी.के. तिवारी ने विश्व बैंक दल को जानकारी दी कि 36 सिंचाई परियोजनाओं पर आधुनिकीकरण कार्य प्रारंभ हो चुका है। इनकी लागत 604 करोड़ रूपये है। इसके अलावा 47 अन्य परियोजनाओं पर कार्य शीघ्र प्रारंभ होने वाला है। छह कन्सलटेन्सीज भी नियुक्त की जा चुकी हैं।
कृषि, उद्यानिकी, मत्स्यपालन और पशुपालन विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में विश्व बैंक दल ने अब तक किए गए व्यय और कार्यों की जानकारी प्राप्त करने के साथ वर्ष 2008-09 की कार्ययोजना पर भी विस्तार से चर्चा की। बैठक में बताया गया कि विभागों के द्वारा दो करोड़ 57 लाख रू. व्यय किए जा चुके हैं और वर्ष 2008-09 के लिए 23 करोड़ 18 लाख रू. की कार्ययोजना तैयार की जा चुकी है। गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में परियोजना में गैर सरकारी संगठनों की भूमिका पर विचार किया गया। संगठनों ने जन जागृति के साथ विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन में भी सहयोग करने का प्रस्ताव रखा।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के तीस जिलों में विश्व बैंक की 1919 करोड़ रू. की आर्थिक सहायता से मध्यप्रदेश वाटर सेक्टर रिस्ट्रक्चरिंग परियोजना क्रियान्वित की जा रही है। इस परियोजना में सिंचाई परियोजनाओं के बाँधों और नहरों को आधुनिकी स्वरूप प्रदान करने के साथ किसानों को उन्नत कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन ओर मत्स्यपालन का लाभ दिया जा रहा है।

कोई टिप्पणी नहीं: