शनिवार, 1 मार्च 2008

अनुश्रुति में दो मार्च को सुश्री तृप्ति मुखर्जी का गायन

अनुश्रुति में दो मार्च को सुश्री तृप्ति मुखर्जी का गायन
संस्कृति संचालनालय द्वारा आयोजित गायन, वादन और नृत्य पर प्रतिष्ठित श्रृंखला 'अनुश्रुति' के तहत दो मार्च को सुबह 10 बजे रवीन्द्र भवन में सुविख्यात गायिका सुश्री तृप्ति मुखर्जी का शास्त्रीय गायन होगा। सुश्री तृप्ति मुखर्जी यशस्वी संगीतज्ञ पण्डित जसराज की सुयोग्य शिष्या है।
सुश्री तृप्ति मुखर्जी ने गायन की शिक्षा संगीत मार्तण्ड पण्डित जसराज से प्राप्त की है। उन्होंने पण्डित जी के अनुशासन, घरानेदारी और विशेषकर मेवाती घराने के स्वर माधुर्य को गहरी साधना के साथ आत्मसात किया है। गायन के प्रति सुश्री तृप्ति मुखर्जी का समर्पण अनूठा है। देश-विदेश के अनेक प्रतिष्ठित संगीत समारोहों में उनके गायन को अपार प्रशंसा मिली है। उन्होंने अपने गुरु पण्डित जसराज के प्रति अपना गहन आदर व्यक्त करते हुए मेवाती घराने के तीन गुरुकुल क्रमश: न्यूयार्क, न्यू जर्सी और पेंसिलवानिया में स्थापित किये हैं और गुरु-शिष्य परम्परा के अन्तर्गत प्रशिक्षण प्रदान कर रही हैं।
सुश्री तृप्ति मुखर्जी को अनेक मान-सम्मान प्राप्त हुए हैं, जिनमें अमीर खाँ मेमोरियल अवार्ड, पण्डित जसराज गौरव पुरस्कार-पण्डिता की उपाधि (कर्नाटक विश्वविद्यालय से) एवं आचार्य शिरोमणि आदि प्रमुख हैं। सुश्री तृप्ति अमेरिका के व्हाइट हाउस में 2007 में दीपावली उत्सव के अन्तर्गत अपना गायन प्रस्तुत करने वाली अकेली गायिका हैं।

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